आतंकवाद विरोधी अभियान में जेसीओ और जवान शहीद
सेना चार दिनों से इन आतंकियों का पीछा कर रही है. आतंकी ऊंची पहाड़ियों और जंगलों के फायदा उठाकर सेना कोलगातार चकमा दे रहे थे, लेकिन आज सेना का सामना आतंकियों के साथ हो ही गया.
जम्मू और कश्मीर ब्यूरो : जम्मू–कश्मीर के पुंछ के मेंढर के नार खास जंगलों में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना काजेसीओ और जवान शहीद हो गए. इससे पहले इन दोनों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर आई थी. फिलहालआतंकियों के साथ सेना की मुठभेड़ जारी है.यह मुठभेड़ आतंकियों के उसी ग्रुप के साथ हो रही है जिनके हमले में 10 अक्टूबर देर रात को सेना के एक जेसीओ समेत 5 जवान शहीद हो गए थे. सेना चार दिनों से इन आतंकियों का पीछा कररही है. आतंकी ऊंची पहाड़ियों और जंगलों के फायदा उठाकर सेना को लगातार चकमा दे रहे थे, लेकिन आज सेना कासामना आतंकियों के साथ हो गया. शुरुआती जानकारी में सेना को फिर नुकसान उठाना पड़ा है. इसके बावजूद सेना कामानना है कि वो उन आतंकियों को नहीं छोड़ेगी, जिन्होंने उनके जवानों पर हमला किया था.
गौरतलब है कि जम्मू–कश्मीर के पुंछ जिले में सोमवार को आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों औरआतंकियों के बीच मुठभेड़ (Poonch Encounter) हुई. तलाशी दल पर आतंकियों ने जबरदस्त फायरिंग की. मुठभेड़ मेंसेना के एक अफसर और चार अन्य जवान शहीद हो गए थे.अधिकारियों ने बताया कि भारी हथियारों के साथआतंकवादियों के नियंत्रण रेखा पार कर चरमेर के जंगल में छुपे होने की खबर मिली थी. मौके पर अतिरिक्त बल को भेजागया है, ताकि आतंकवादियों के निकलने के सभी रास्ते बंद किए जा सकें.