पटना में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली में हुए धमाके के 8 साल बाद आज आयेगा NIA कोर्टका फैसला
पटना में 27 अक्टूबर 2013 को पीएम नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली के दौरान कई जगहों पर ब्लास्ट हुए थे. इस मामले मेंNIA की टीम ने जांच शुरू करते हुए कुल 11 अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था. इस धमाके 6 लोगोंकी मौत हुई थी वहीं करीब 84 लोग घायल हुए थे.
बिहार ब्यूरो : पटना के गांधी मैदान बम धमाके मामले में आज NIA कोर्ट फैसला सुनायेगा. ब्लास्ट मामले में सुनवाई पूरीहो चुकी थी और बुधवार को इस मामले पर फैसला आने वाला है. आठ साल पहले यानी 27 अक्टूबर को ही 2013 कोपटना के गांधी मैदान में भाजपा (BJP) की हुंकार रैली के दौरान सिलसिलेवार बम ब्लास्ट हुआ था. इस धमाके के दौराननरेंद्र मोदी समेत तमाम नेता गांधी मैदान में मौजूद थे. गांधी मैदान से पहले एक धमका पटना जंक्शन पर भी हुआ था. इसधमाके 6 लोगों की मौत हुई थी वहीं करीब 84 लोग घायल हुए थे.
इस मामले का अनुसंधान NIA ने अगले दिन से ही शुरू कर दिया था और महज एक साल के अंदर 21 अगस्त 2014 कोकुल 11 अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था. इसके बाद NIA की टीम ने इस मामले में हैदर अली, नोमानअंसारी, मो. मुजिबुल्लाह अंसारी, इम्तियाज आलम, अहमद हुसैन, फकरुद्दीन, मो. फिरोज असलम, इम्तियाज अंसारी, मो. इफ्तिकार आलम, अजहरुद्दीन कुरैशी और तौफिक अंसारी को गिरफ्तार किया था.
फिलहाल इस मामले में कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गयी है और अब कोर्ट आज अपना फैसला सुनाएगा. दरअसल गांधी मैदानब्लास्ट का मास्टर माइंड हैदर अली और मोजिबुल्लाह था. बताया जाता है कि बम धमाके के बाद वो डर गया था इसीलिएमौके से भागने की कोशिश की लेकिन तब तक पुलिस मौके पर पहुंच गई और उसे दबोच लिया गया था. इस बीचपूछताछ के दौरान उसने जुर्म कबूल कर लिया. उसने पूछताछ में बताया था कि वो अपनी पूरी टीम के साथ गांधी मैदान मेंहुंकार रैली को दहलाने के लिए पहुंचा था. गिरफ्तार आतंकी इम्तियाज से जब एनआइए की टीम ने सख्ती से पूछताछशुरू की तो उसने कई नाम उगले. जिसके बाद मास्टर माइंड मोनू उर्फ तहसीन समेत दो दर्जन से अधिक आतंकियों कोजांच एजेंसी ने दबोचे. इसके बाद में बोधगया ब्लास्ट मामले का खुलासा भी इसी आतंकी के बयान से हुआ था ।
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