दिल्ली मेट्रो का नया लुक
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने मेट्रो की पुरानी कोचों में बदलाव कर मेट्रो को नया लुक दिया है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन(DMRC) के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह ने प्रथम नवीनीकृत मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
ज्योति कुमारी की रिपोर्ट दिल्ली: दिल्ली मेट्रो को 2002 में शुरू किया गया था। इसमें 2002 से 2007 के बीच पहले फेज में खरीदी गई मेट्रो को अब फिर से यात्रियों की सुविधाओं के अनुसार नया रूप दिया गया है। एक मेट्रो ट्रेन का कार्यकाल औसत 30 वर्ष का है। अब मेट्रो के कोचों को नया रूप दिया जा रहा है। मेट्रो के नए कोच में स्क्रीन, सेंसर, चार्जिंग पॉइंट और सीसीटीवी लगाया गया है। DMRC मेट्रो के नवीनीकरण की एक विशेष प्रक्रिया के तहत ऐसी 70 ट्रेनों को नया रूप दे रही है। यह काम चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। पहले चरण में 10 ट्रेनों का नवीनीकरण किया जा रहा है।
दिल्ली मेट्रो के जनसंपर्क अधिकारी अनुज दयाल ने कहा कि ट्रेन का पूरा इलेक्ट्रिकल सर्किट बदला गया है। हमने 10 ट्रेन के लिए ऑर्डर दिया है, इनके नवीकरण की लागत लगभग 40-50 करोड़ होगी। उन्होंने कहा कि “डायनेमिक रूट मैप लगाए हैं, हर कोच में 12 फायर डिटेक्शन प्वाइंट और CCTV लगाए गए हैं।
सभी मेट्रो को एक साथ नवीनीकृत नहीं किया जा सकता है। हर महीने एक मेट्रो को नवीनीकृत करने के बाद दोबारा ट्रैक पर उतारा जाएगा। इसके साथ ही कोचों में लैपटॉप, मोबाइल चार्जर, महिलाओं की सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे और एलसीडी रूट मैप भी लगाए गए हैं। 10 ट्रेनों के नवीनीकरण में 40-45 करोड़ तक की लागत आएगी।