चीनी भाषा सिखाने वाले इंस्टीट्यूट की फंडिंग बंद होगी
चीनी भाषा सिखाने वाले इंस्टीट्यूट की फंडिंग बंद होगी चुनावी वादा पूरा करेंगे ऋषि सुनक, हर साल करीब 3 अरब रुपए खर्च होते हैं।
चीनी भाषा सिखाने वाले इंस्टीट्यूट की फंडिंग बंद होगी
चीनी भाषा सिखाने वाले इंस्टीट्यूट की फंडिंग बंद होगी चुनावी वादा पूरा करेंगे ऋषि सुनक, हर साल करीब 3 अरब रुपए खर्च होते हैं।
पूनम की रिपोर्ट,इंदौर: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की सरकार देश में चीन की मंदारिन भाषा सिखाने वाले इंस्टीट्यूट्स की फंडिंग बंद करने जा रही है। पिछले साल जुलाई में इलेक्शन कैम्पेन के दौरान सुनक ने कन्फ्यूशिस इंस्टीट्यूट्स की फंडिंग रोकने का वादा किया था।
माना जा रहा है कि मंगलवार रात या बुधवार को इस फैसले पर अमल का ऐलान किया जा सकता है। ब्रिटिश सरकार इन इंस्टीट्यूट्स को हर साल करीब 27 लाख पाउंड (करीब 2.75 अरब रुपए) देती है। सुनक के इस फैसले से चीन भड़क सकता है।
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इंस्टीट्यूट्स फिलहाल बंद नहीं होंगे
‘द गार्डियन’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक- सुनक सरकार के इस फैसले का ऐलान फॉरेन मिनिस्टर जेम्स क्लेवर्ले करेंगे। फिलहाल, मंदारिन सिखाने वाले कन्फ्यूशिस इंस्टीट्यूट्स को बंद नहीं किया जा रहा है। अभी इनकी फंडिंग रोकने का ही ऐलान होगा।
ये तमाम इंस्टीट्यूट्स मंदारिन और चीन के कल्चर को बहुत एक्टिवली प्रमोट करते हैं। इसका फायदा चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) से जुड़े लोग या नेता उठाते हैं। ब्रिटेन में उनके आने के रास्ते खुलते हैं। उन्हें फास्ट ट्रैक वीजा फैसेलिटीज मिलती हैं। बाद में वो जासूसी समेत कई गलत कामों में इन्वॉल्व हो जाते हैं। पिछले साल कुछ रिपोर्ट्स में इन हरकतों की तरफ इशारा किया गया था।