पहले ‘इन्फिनिटी फोरम’ का उद्घाटन
ज्योति कुमारी की रिपोर्ट दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से फिनटेक (वित्तीय प्रौद्योगिकी) पर इनफिनिटी-फोरम का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘इन्फिनिटी फोरम’ को संबोधित करते हुए कह कि मुझे पहले ‘इन्फिनिटी फोरम’ का उद्घाटन करते हुए बहुत खुशी हो रही है। मैं आप सभी का में स्वागत करता हूं। उन्होंने आगे मुद्रा के निरंतर बदलते रूप को लेकर कहा कि मुद्रा का इतिहास ज़बरदस्त विकास दिखाता है। जैसे-जैसे मनुष्य विकसित हुआ, वैसे-वैसे हमारे लेन-देन का तरीके में भी परिवर्तन आया। वस्तु विनिमय प्रणाली से धातुओं तक, सिक्कों से लेकर नोटों तक, चेक से लेकर कार्ड तक। आज हम यहां पहुंच गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्तमान में हो रहे कैशलेस लेनदेन के लिए कहा कि पिछले साल भारत में मोबाइल भुगतान ने पहली बार एटीएम नकद निकासी को पार कर लिया। बिना किसी भौतिक शाखा कार्यालय के पूरी तरह से डिजिटल बैंक आज एक वास्तविकता है और एक दशक से भी कम समय यह आम बात हो सकती है।
हम अपने अनुभवों और विशेषज्ञता को दुनिया के साथ साझा करने और उनसे सीखने में भी विश्वास करते हैं। हमारे डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर सॉल्यूशंस दुनिया भर के नागरिकों के जीवन को बेहतर बना सकते हैं। अब फिनटेक पहल को फिनटेक क्रांति में बदलने का समय आ गया है। एक क्रांति जो देश के हर एक नागरिक को वित्तीय सशक्तिकरण प्रदान करती है।
इस कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम में 70 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। यह कार्यक्रम आज और कल ओयोजित किया जायेगा। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार मंच के पहले संस्करण में इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन भागीदार देश हैं। यह मंच नीति, व्यापार और प्रौद्योगिकी में दुनिया के अग्रणी लोगों को एक साथ लाएगा। मंच में इस बात पर चर्चा होगी कि कैसे समावेशी वृद्धि और बड़े पैमाने पर मानवता की सेवा के लिए फिनटेक उद्योग द्वारा प्रौद्योगिकी और नवाचार का लाभ उठाया जा सकता है। फोरम का एजेंडा ‘बियॉन्ड’ के विषय पर केंद्रित होगा।