संसद परिसर में धरने पर 12 निलंबित संसद
ज्योति कुमारी की रिपोर्ट दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र में इस बार सरकार और विपक्ष में ज़ोरदार बहस का अनुमान पहले से ही लगाया जा रहा था। अनुमानों के अनुरूप ही संसद का यह सत्र काफ़ी हंगामे से भरा हुआ है। संसद का सत्र सोमवार को आरंभ हुआ और संसद के शीतकालीन सत्र में पहले दिन ही विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र में राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था। इन 12 सांसद को राज्यसभा में ‘अशोभनीय आचरण’ के लिए निलंबित किया गया।
जहाँ एक ओर विपक्ष अपनी बात पर स्थिर रहते हुए बुधवार को संसद परिसर में धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि वे निलंबन रद्द होने तक विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। ये सभी सांसद बुधवार को संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे। इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी शामिल हुए। विपक्ष का तर्क है कि पिछले सत्र में हुई घटना के लिए इस सत्र में निलंबन कानून सम्मत नहीं है। वाही दूसरी ओर सत्ता पक्ष ने कहा कि निलंबित सांसद माफी मांग लें तो सब कुछ ठीक हो जाएगा।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने निलंबित सदस्यों के प्रदर्शन को लेकर कहा कि महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने बैठना हास्यास्पद है। मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि कम से कम पश्चाताप व्यक्त करें।