
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक
ज्योति कुमारी की रिपोर्ट दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवम्बर (सोमवार) से शुरू होने जा रहा है। संसद के इस सत्र में सरकार की ओर से वापिस लिए गए तीनों कृषि कानूनों को खत्म करने के लिए विधेयक पेश करेंगी। संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत होने के ठीक पहले सरकार की ओर से आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। इस बैठक में भाग लेने के लिए संसद के दोनों सदनों के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है।
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले बुलाई गए यह सर्वदलीय बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बैठक में विपक्ष किसानों को मुआवजा, MSP और महंगाई के मुद्दे पर सरकार से सदन में चर्चा की मांग करेगा। वही दूसरी ओर मोदी सरकार संसद में पेश किए जाने वाले सभी बिल के बारे में सभी दलों को जानकारी देगी।
संसद के इस शीतकालीन सत्र में पक्ष और विपक्ष में जमकर बहस हो सकती है। विपक्ष जहां सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की कोशिश में है तो वहीं दूसरी ओर सरकार इस कोशिश में है सरकार द्वारा पेश किए जाने वाले विधेयक पर सभी की सहमति बन जाये साथ ही विपक्ष की ओर से उठाए गए विषयों का संतुलित जवाब दिया जाए।
शीतकालीन सत्र को लेकर कांग्रेस ने पहले ही अपने लोकसभा सांसदों के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी कर दिया है। जिसके तहत सभी सांसदों को 29 नवंबर को सदन में मौजूद रहने के लिए कहा गया है, जब लोकसभा में कृषि विधेयक पेश किए जाएंगे।
 
				 
					


