आ गया देश में प्लास्टिक बैग का विकल्प
भारत में 1 जुलाई से सिंगल यूज़ प्लास्टिक को पूरी तरीके से बैन कर दिया गया था क्योंकि हमारे वातावरण को बहुत दूषित भी करते थे और इससे कई हानिकारक चीजें भी उत्पन्न होते थी.
अमित मिश्रा की रिपोर्ट भोपाल: आपको बता दें भारत में 1 जुलाई से सिंगल यूज़ प्लास्टिक को पूरी तरीके से बैन कर दिया गया था क्योंकि हमारे वातावरण को बहुत दूषित भी करते थे और इससे कई हानिकारक चीजें भी उत्पन्न होते थी. पर भारत ने जुलाई से पूरी तरीके से इसे बंद कर दिया हालांकि इससे कई ढेरों सारी कंपनियों को जोरदार झटका भी मिला है,और दूसरी और दिक्कतों का सामना भी आम आदमी और छोटे दुकानदार को भी करना पड़ा है।
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ऐसे में NON WOVEN बैक का चलन जोरों शोरों से आगे बढ़ रहा है यह ना तो प्लास्टिक का विकल्प है बल्कि कमाई का भी एक बहुत बड़ा हिस्सा बन कर उतर रहा है। NON WOVEN बैग कब यह बिजनेस कम इन्वेस्टमेंट में ज्यादा प्रॉफिट कमाने वाला हिस्सा माना जा रहा है, हालांकि अभी तक इस बैक की मैन्युफैक्चरिंग में काफी कमी थी पर 1 जुलाई के बाद इसकी डिमांड बहुत ज्यादा हो चुकी है।
इस बिजनेस को चालू करने के लिए थोड़ा मशीन और थोड़ी सी जगह की जरूरत है हालांकि इसका फायदा बहुत ज्यादा होता है, और इसका निवेश भी बहुत कम होता है।