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रांची की मेयर डॉ. आशा लकड़ा बिशुनपुर प्रखंड स्थित चिरोडीह पीड़िता व उसके परिजनों से मुलाकात की

रांची की मेयर डॉ. आशा लकड़ा बिशुनपुर प्रखंड स्थित चिरोडीह पंचायत पहुंची और पीड़िता व उसके परिजनों से मुलाकात की

रांची की मेयर डॉ. आशा लकड़ा बिशुनपुर प्रखंड स्थित चिरोडीह पीड़िता व उसके परिजनों से मुलाकात की

झारखंड ब्यूरो: बुधवार को भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री सह रांची की मेयर डॉ. आशा लकड़ा बिशुनपुर प्रखंड स्थित चिरोडीह पंचायत पहुंची और पीड़िता व उसके परिजनों से मुलाकात की। ज्ञात हो कि 13 मार्च को बिशुनपुर थाना क्षेत्र में 10 लोगों ने नाबालिग किशोरी (13 वर्ष) के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। पीड़िता 8वीं कक्षा की छात्रा है। गांव में मड़वा का कार्यक्रम था। इसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नाबालिग किशोरी संबंधित गांव आई थी। रात 11 बजे शादी समारोह से अपने घर लौट रही थी। इस दौरान आरोपितों ने नाबालिग किशोरी को अगवा कर उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपित नाबालिग किशोरी को उत्क्रमित मध्य विद्यालय के समीप छोड़कर भाग गए थे। आरोपितों में दो को छोड़कर शेष 08 आरोपित नाबालिग हैं।

भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री सह रांची की मेयर डॉ. आशा लकड़ा ने इस घटना को शर्मनाक कहा। साथ ही राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस घटना में शामिल आरोपितों को फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि ईश्वर राज्य सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करें। राज्य के अधिकांश जिलों में दिन-प्रतिदिन दुष्कर्म अथवा सामूहिक दुष्कर्म की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। फिर भी विधानसभा में बेटियों की सुरक्षा पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने कोई सवाल नहीं किया। इससे यही जाहिर होता है कि राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था के प्रति राज्य सरकार खुद को जिम्मेदार मान रही है। मुख्यमंत्री विधानसभा में पिछले दो वर्षों में अपराध, लूट, हत्या, व दुष्कर्म के आंकड़े बात रहे हैं। क्या ये आंकड़े ही हेमंत सरकार की उपलब्धि है।

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उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को अपनी जिम्मेदारी का अहसास होने चाहिए। उन्हें बेटियों की सुरक्षा व उनके भविष्य को लेकर गंभीरता से विचार करना चाहिए। मुख्यमंत्री स्वयं आदिवासी हैं। इसलिए आदिवासी समाज की बेटियों की सुरक्षा के प्रति उनकी खास जिम्मेदारी है। जब राज्य की बेटियां अपने ही घर व समाज के बीच स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रही हैं तो राज्य सरकार किस मुंह से महिला विकास व महिला सशक्तिकरण की बात करती है।

युवाओं व समाज मे पनप रही दुष्प्रवृत्ति को रोकने के लिए हेमंत सरकार ने अब तक कोई कार्य नहीं किया। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि पीड़िता को उचित मुआवजा का भुगतान करें। साथ ही पीड़ित का नामांकन कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में कराने की व्यवस्था करें। इस अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी व थाना प्रभारी, भाजपा के गुमला जिला महामंत्री मिशिर कुजूर जी, जगत ठाकुर जी, अभिषेक सिंह जी, विशुनपुर मुखिया सुरेश भगत जी, हरिहर कुमार जी,उप मुखिया गन्दूर भगत जी एवं अन्य लोग उपस्थित थे
समेत कई उपस्थित थे।

गुमला जिले में घटित दुष्कर्म की घटनाएं:

18 अक्टूबर 2021: बिशुनपुर प्रखंड स्थित गुरदरी थाना क्षेत्र में 02 आदिवासी नाबालिग किशोरियों के साथ 10 युवकों ने किया था दुष्कर्म। रिश्ते में दोनों चचेरी बहन थीं।

02 जनवरी 2022: सिसई थाना क्षेत्र के महुआ टोली जंगल में घाघरा थाना क्षेत्र की रहने वाली नाबालिग किशोरी के साथ तीन नाबालिग किशोरों ने किया था सामूहिक दुष्कर्म। हथियार के बल पर मेले से किया था अपहरण।

17 जनवरी 2022: डुमरी प्रखंड के 7वीं कक्षा की छात्रा के साथ 07 युवकों ने किया था दुष्कर्म। पीड़िता के माता-पिता तमिलनाडु में रहते हैं।

16 फरवरी 2022: घाघरा प्रखंड के लक्सर में 15 वर्षीय नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म।

18 फरवरी 2022: भरनो प्रखंड के करंज थाना क्षेत्र में आदिवासी नाबालिग छात्रा के साथ दो युवक व एक किशोर ने किया था दुष्कर्म।

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