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कोलकाता रेप-मर्डर केस, 2 ACP समेत 3 पुलिस अफसर सस्पेंड

कोलकाता रेप-मर्डर केस, 2 ACP समेत 3 पुलिस अफसर सस्पेंड
CISF ने अस्पताल की सुरक्षा संभाली
पूनम की रिपोर्ट कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस में पश्चिम बंगाल सरकार ने बुधवार को 2 असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर समेत 3 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। 15 अगस्त को देर रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हजारों की भीड़ ने तोड़फोड़ की थी। कार्रवाई उसी मामले में की गई है।सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आरजी कर मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा CISF ने अपने हाथ में ले ली है। CISF के अधिकारी बुधवार को अस्पताल पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। कोर्ट ने अस्पताल में तोड़फोड़ के बाद CISF को सुरक्षा संभालने का निर्देश दिया था।उधर, अस्पताल के पूर्व डिप्टी सुपरिंटेंडेंट अख्तर अली ने कलकत्ता हाईकोर्ट में पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के खिलाफ याचिका लगाई है। अली ने घोष पर कार्यकाल के दौरान वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया है और ED से जांच कराने की मांग की है। इस मामले में राज्य सरकार कल सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देगीडॉक्टरों के प्रदर्शन का 10वां दिन,

AAP ने पहली बार ममता के खिलाफ प्रदर्शन किया
सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार से कानून बनाने की मांग कर रहे डॉक्टरों का प्रदर्शन 10वें दिन भी जारी है। कोलकाता, दिल्ली और अन्य शहरों में भी डॉक्टरों ने आज काम नहीं किया। AIIMS दिल्ली ने डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कमेटी बनाई है।इसके अलावा बुधवार को कोलकाता में भाजपा और कांग्रेस ने राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की। ममता के खिलाफ पहली बार आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

कलकत्ता हाईकोर्ट में 4 सितंबर को सुनवाई होगी

रेप-मर्डर केस में बुधवार को कलकत्ता हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि राज्य सरकार ने पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की जांच के लिए SIT बनाई है। यह उन्हें बचाने के लिए एक दिखावा है। हालांकि कोर्ट ने कहा, हम इस मामले को अब 4 सितंबर को सुनेंगे।उधर बंगाल सरकार ने मामले से जुड़ी रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने की बात कही। इस पर हाईकोर्ट चीफ जस्टिस टीएस शिवगनम ने कहा, मामला अब सुप्रीम कोर्ट में है। रिपोर्ट अपने पास रखिए इसे सुप्रीम कोर्ट में दिखाइए।हाईकोर्ट में पिछली सुनवाई 16 अगस्त को हुई थी। तब चीफ जस्टिस टीएस शिवगनम ने राज्य सरकार और पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा था कि अस्पताल में तोड़फोड़ के लिए 7 हजार की भीड़ आई थी। पुलिस क्या कर रही थी? पुलिस खुद को नहीं बचा पा रही, तो डॉक्टर निडर होकर कैसे काम करेंगे।

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