अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय विकलांग दिवस
प्रतिवर्ष 3 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकलांग दिवस मनाया जाता है, इसको मनाने का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगों के प्रति सामान्य लोगों के व्यवहार में बदलाव लाना है

अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय विकलांग दिवस
ज्योति कुमारी की रिपोर्ट दिल्ली: प्रतिवर्ष 3 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकलांग दिवस मनाया जाता है। इसको मनाने का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगों के प्रति सामान्य लोगों के व्यवहार में बदलाव लाना है। शारीरिक रूप से विकृत लोगों को उनके अधिकार के लिए जागरूक करना है। विश्व दिव्यांग दिवस को 1992 के बाद से दुनियाभर में मनाया जा रहा है। इस दिवस को मनाने का एक और उद्देश्य है की सामान्य लोग उनके प्रति अपने नज़रिये को बदलकर और उनके जीवन को आत्म -सम्मान के साथ बेहतर बनाने का समर्थन और सहयोग दोनों करें। इसी मौके पर उत्तर प्रदेश के अयोध्या में दिव्यांगों के लिए अंतरराष्ट्रीय विकलांग दिवस मनाया गया।
वाणी विकलांग सेवा संस्थान की अध्यक्ष ने बताया, “हमारी संस्था दिव्यांग बच्चों पर काम कर रही है। यहां जो क्राफ्टिंग की प्रदर्शनी है, वह दिव्यांग बच्चों द्वारा बनाई गई हैं।
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विकलांग व्यक्तियों के लिए अंतरराष्ट्रीय उत्सव के लिए पूर्ण सहभागिता और समानता की थीम का चुनाव किया गया था। अंतरराष्ट्रीय विकलांग दिवस पर हर साल एक थीम तैयार की जाती है। जिस पर वर्षभर काम किया जाता है और विश्व दिव्यांग दिवस पर साल 2021की ‘पूर्ण सहभागिता और समानता” की थीम है। इस थीम के अंतर्गत समाज के लोगों में दिव्यांग जनों के प्रति सहानुभूति तो हो उसके साथ ही उनको हर कार्य में बराबर अवसर, अधिकार के प्रति सामान्य नागरिकों को जागरूक कर सकें। इसके साथ ही उनके सामाजिक -आर्थिक स्थिति को सुधारने पर ध्यान केंद्रित कर सकें।