BSF ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर 04 लाख रुपए की याबा टैबलेट के साथ एक तस्कर को हिरासत में ले लिया
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तहत, सीमा चौकी आरशिकारी, 112 वीं वाहिनी के जवानों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास से 04 लाख लाखरूपये की 800 याबा टैबलेट जब्त की है, जिसे तस्करी के उद्देश्य से उत्तर 24 परगना जिला के क्षेत्र से भारत से बांग्लादेश ले जाने काप्रयास था।
तीर्थंकर मुखर्जी, कोलकाता : दिनांक 16 दिसम्बर, 2021 को प्राप्त पुख्ता जानकारी के आधार पर सीमा चौकी आरशिकारी, 112 वींवाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने प्राप्त सूचना के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय सीमा के नजदीक आरशिकारी गांव में स्थित मो. इब्राहिम केघर पर छापेमारी का अभियान चलाया। इस दौरान ग्राम प्रधान और मेंबर की मौजूदगी में लगभग 0810 बजे जब घर की तलाशी लीगयी तो घर से एक पीवीसी पाइप से 800 याबा टैबलेट बरामद हुई। जवानों ने सभी याबा टैबलेट को जब्त कर लिया तथा पूछताछ केलिए तस्कर को हिरासत में ले लिया।
पकड़े गये तस्कर की पहचान मो. इब्राहिम, उम्र 35 वर्ष, ग्राम आरशिकारी, डाकघर– बिठारी, थाना–स्वरूप नगर, जिला– उत्तर 24 परगना के रुप में हुई है।
प्राम्भिक पूछताछ में पकड़े गए तस्कर मो. इब्राहिम ने बताया कि वह भारतीय नागरिक है तथा काफी समय से याबा टैबलेट की तस्करी मेंशामिल है। आगे उसने बताया कि कल शाम, 15 दिसम्बर को उसी के गांव के रहने वाले एक अन्य तस्कर समीम सरदार ने उसे ये सभीयाबा टैबलेट मुहैया कराए थे। इसी दौरान बीएसएफ ने उसके घर पर छापेमारी कर सभी 800 याबा टैबलेट जब्त कर लिए तथा उसे भीहिरासत में ले लिया। आगे उसने बताया की 04 दिसंबर, 2021 को भी जवानों ने उसके घर में छापेमारी की थी। जिसमे उसके घर से06 लाख रुपए की 1200 याबा टैबलेट बरामद हुई थी। लेकिन उस समय वह जवानों के दबिश देने से पहले ही मौके से भाग निकलने मेंकामयाब हो गया था।
जब्त की गई सभी याबा टैबलेट और तस्कर को आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए पुलिस स्टेशन स्वरूप नगर को सौंप दिया गया।
जन संपर्क अधिकारी, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर, ने 112 वीं वाहिनी के जवानों की उपलब्धियों पर खुशी व्यक्त की है। उन्होंने कहा की जब्तयाबा टैबलेट मो. इब्राहिम के घर तक कैसे पहुंची तथा इस तस्करी में शामिल साथी का पता लगाने के लिए हमारा खुफिया दल कामकर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की तस्करी को रोक पाना केवल ड्यूटी पर उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारणही संभव हो सका है।