12 सांसदों के धरने पर केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी
ज्योति कुमारी की रिपोर्ट दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही राज्यसभा से 12 सांसदो को निलंबित कर दिया गया था। इन 12 सांसद को राज्यसभा में ‘अशोभनीय आचरण’ के लिए निलंबित किया गया। विपक्ष के 12 सांसदों के निलंबन के मुद्दे को लेकर शीतकालीन सत्र हंगामेदार ही रहा है। जहां एक ओर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही अपनी बात पर कायम हैं वही दूसरी ओर लगतार हंगामे के कारण संसद की कार्यवाही बार बार स्थगित हो जाती है। निलंबित सांसदों द्वारा संसद परिसर के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा है। सभी निलंबित संसद काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे है।
निलंबित 12 सांसद कह चुके हैं कि वो माफी नहीं मांगेंगे वहीं विपक्ष के तमाम बड़े नेता भी माफी के खिलाफ है। दूसरी ओर सत्ता पक्ष लगतार विपक्ष से मांफी मांगने को कहा रहा है। आज भी केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन पर कहा कि अगर आपने लोकतंत्र के मंदिर को शर्मसार किया है तो माफी मांगने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। लोकतंत्र कभी भी इस तरह के अहंकार को स्वीकार नही करता। उन्हें माफी मांगकर इस मुद्दे को खत्म करना चाहिए था।