किसान आंदोलन को 1 साल पूरा, एक बार फिर से दिल्ली बॉर्डर पर मची हलचल
प्रीति कुमारी की रिपोर्ट लखनऊ: केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध और कई मांगों को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन को आज 1 साल पूरा हो गया है ।इस अवसर पर यूपी, हरियाणा और पंजाब के किसानों का सिंधु और टिकरी बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर पर एक बार फिर से जमावड़ा बढ़ गया है, हालांकि केंद्र ने हाल ही में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की है, इसके बावजूद भी किसान अभी तक अपने घरों को वापस लौटने को तैयार नहीं है इसे देखते हुए राजधानी के विभिन्न सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
बता दे कि किसान आंदोलन को आंदोलन को 1 साल पूरे होने पर अमृतसर, जालंधर, फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना, संगरूर, अंबाला, हिसार, सिरसा, रोहतक, कुरुक्षेत्र, भिवानी समेत दोनों राज्यों के हजारों किसान दिल्ली की सीमाओं पर धीरे धीरे कर के पहुंच रहे हैं। पुलिस के मुताबिक सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और जिन जगहों पर प्रदर्शनकारी किसान धरने पर बैठे हैं वहां दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ अर्धसैनिक बलों की भी तैनाती की बात कही गई है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा आज किसान आंदोलन को पूरा 1 साल हो चुका है ।इस ऐतिहासिक आंदोलन का किसानों ने गर्मी सर्दी , बरसात , तूफान के साथ अनेक साजिशों का भी डटकर सामना किया है। देश के किसान ने हम सबको सिखा दिया की धैर्य के साथ हक की लड़ाई कैसे लड़ी जाती है । किसान भाइयों के हौसले, साहस ,जज्बे और बलिदान को मैं दिल से सलाम करता हूं।
यूपी गेट पर किसानों का जमावड़ा बढा
किसान आंदोलन को 1 साल पूरा होने पर यूपी गेट बॉर्डर पर आज किसानों की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिला है। किसान दोपहर में महापंचायत करेंगे। बता दे किसान बीते साल 26 नवंबर को दिल्ली की सीमाओं पर एकत्र हुए थे, जिसे देखते हुए आंदोलन को 1 साल पूरा होने पर महापंचायत का आयोजन किया गया है। भाक्यू के नेता राकेश टिकैत दोपहर में महापंचायत को संबोधित करेंगे आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से किसान यहां पहुंचे हैं।
राकेश टिकैत का कहना है कि आज सभी बॉर्डर पर लोग आएंगे और बातचीत भी करेंगे ।अभी तो आंदोलन चल रहा है केंद्र सरकार अगर बातचीत करेगी तो आगे का समाधान भी निकलेगा और अगर नहीं करेगी तो कैसे समाधान निकलेगा।।