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बडबोली कंगना रनौत नहीं आ रही अपने बयानों से बाज, फिर पूछ बैठी…….

भारत की आजादी को भीख बताने पर विवादों में फंसी कंगना रनौत एक बार फिर से शनिवार को पूछ बैठी कि 1947 में कौन सी लड़ाई लड़ी गई थी

बडबोली कंगना रनौत नहीं आ रही अपने बयानों से बाज, फिर पूछ बैठी…….

कौन सी जंग 1947 में लड़ी गई थी…

प्रीति कुमारी की रिपोर्ट लखनऊ: भारत की आजादी को भीख बताने पर विवादों में फंसी कंगना रनौत एक बार फिर से शनिवार को पूछ बैठी कि 1947 में कौन सी लड़ाई लड़ी गई थी। इसी के साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई उनके सवालों का जवाब दे सकेगा तो वह अपना पदम श्री पुरस्कार तुरंत वापस लौटा देंगी और अपने द्वारा दिए गए बयान पर भी माफी मांगेगी। आपको बता दे कंगना का टि्वटर अकाउंट उनके विवादित बयान के बाद से निलंबित कर दिया गया है।

बताया जा रहा है की कंगना रनौत ने इंस्टाग्राम पर कई सवाल उठाते हुए महात्मा गांधी का भी जिक्र किया, इस जिक्र में उन्होंने उन पर आरोप लगाया कि उन्होंने भगत सिंह को मरने दिया तो वही सुभाष चंद्र बोस का समर्थन तक नहीं किया । उन्होंने बाल गंगाधर तिलक, अरविंद घोष और विपिन चंद्रपाल समेत कई स्वतंत्रता सेनानियों को उद्धृत करते हुए एक किताब का अंश भी साझा किया।

साल 2019 में आई अपनी फिल्म मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ झांसी का संदर्भ देते हुए अभिनेत्री कंगना ने कहा कि उन्होंने 1857 के संघर्ष पर शोध किया था जिसके बाद से फिल्म में उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई का किरदार निभाया था। अभिनेत्री ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज में अंग्रेजी में 1 लंबी पोस्ट में लिखा 1857 की स्वतंत्रता के लिए सामूहिक लड़ाई के बारे में मुझे पता है लेकिन 1947 में कौन सा युद्ध हुआ था ये मुझे पता नहीं है इसलिए मैं आप लोगों से सवाल कर रही हूं अगर कोई मुझे सही अवगत करा सकता है तो मैं अपना पदम श्री लौटा दूंगी और माफी भी मांगेगी कृपया इसमें मेरी मदद करें।

कंगना के बयानों पर नेताओं ने की तीखी आलोचना

जानकारी के मुताबिक गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी, महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटील, महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कई नेता कंगना रनौत के बयानों को सुनकर नाराज हुए जिस पर इन सभी ने अभिनेत्री की काफी आलोचना की है। वहीं दिल्ली में महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमृता धवन ने कंगना के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की और इस संबंध में उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र भी लिखा है। इतना ही नहीं कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई ने शनिवार को रनौत के लिए सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन किया,बता दे ये यज्ञ एनएसयूआई मुख्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन के नेतृत्व में हुआ है।

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