त्रिपुरा में चुनाव बाद हुई हिंसा की जांच के लिए गई संसदीय टीम पर भीड़ का हमला
त्रिपुरा में चुनाव बाद हुई हिंसा की जांच के लिए गई संसदीय टीम पर भीड़ का हमला, वाहनों में तोड़फोड़
त्रिपुरा में चुनाव बाद हुई हिंसा की जांच के लिए गई संसदीय टीम पर भीड़ का हमला
त्रिपुरा में चुनाव बाद हुई हिंसा की जांच के लिए गई संसदीय टीम पर भीड़ का हमला, वाहनों में तोड़फोड़
प्रिय की रिपोर्ट इंदौर : त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा का जायजा लेने के लिए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPIM), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) और कांग्रेस (Congress) के नेताओं की संसदीय जांच टीम शुक्रवार को अगरतला पहुंची. लेकिन, भीड़ ने नेताओं पर हमला किया. टीम 12 मार्च तक यहां रुक सकती है, जिसके बाद यह रिपोर्ट पेश करेगी और 13 मार्च से शुरू हो रहे संसद के सत्र में इस मामले को उठाएगी.
और पढ़े : नाबालिग से गैंगरेप के आरोपी की जमीन मकान पर महिला पुलिस अधिकारियों ने चलाया
सीपीआई (एम) त्रिपुरा के राज्य सचिव और पूर्व मंत्री जितेंद्र चौधरी ने कहा कि शुक्रवार शाम बीसलगढ़ के नेहलचंद्र नगर बाजार में संसदीय दल पर हुए “भयानक हमले” के कारण शनिवार को होने वाले कार्यक्रमों को मजबूरन स्थगित करना पड़ा है. कांग्रेस और माकपा के सूत्रों ने कहा कि जब संसदीय दल के सदस्य सिपाहीजला जिले के हिंसा प्रभावित विशालगढ़ गए, तो सत्ताधारी बीजेपी समर्थित कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया. उन्होंने हम पर हमला किया और पथराव किया. हमारे 3-4 वाहनों में तोड़फोड़ की गई है.माकपा ने एक बयान में कहा, “सांसद, उनके साथ गए कांग्रेस नेता तुरंत वहां से चले गए और बड़े हमले से बच गए.” पुलिस के एक बयान में कहा गया है कि स्थानीय विधायकों और नेताओं के साथ सांसदों को विशालगढ़ के नेहल चंद्र नगर में एक अनिर्धारित दौरे के दौरान नारेबाजी का सामना करना पड़ा.