
दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर आने के पहले दिल्ली सरकार 25 अस्पतालों में 16 ऑक्सीजन प्लांट लगाएगी। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अब तक पांच तरल ऑक्सीजन (एलएमओ ) स्टोरेज टैंकों के साथ 49 पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए जा चुके हैं और शेष पीएसए ऑक्सीजन संयंत्रों और एमएलओ को स्थापित करने का काम तेजी से किया जा रहा है, अधिकारी के अनुसार इसे एक माह में पूरा कर लिया जाएगा।
जैन के अनुसार दिल्ली सरकार के 34 अस्पताल हैं। सरकार की ओर से 25 अस्पतालों में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम पूरा किया जा चुका है। वहीं इन अस्पतालों में ही केजरीवाल सरकार की ओर से 16 और पीएसए प्लांट लगाने का काम और तेजी से किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक संजय गांधी मैमोरियल अस्पताल में 4 पीएसए प्लांट लगाये जा चुके हैं। वहीं लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में भी 4 पीएसए प्लांट लगाये गये हैं और एक और प्लांट लगाने की तैयारी जोर शोर से की जा रही है। दिल्ली सरकार के अस्पतालों में सितंबर माह तक कुल 65 पीएसए ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट शुरू करने संभावना जताई जा रही है।
एनएनजेपी कोविड मरीजों के लिए 2,010 ऑक्सीजन बेड
काेरोना संक्रमण के दौरान कोविड-19 के एलएनजेपी अस्पताल में सबसे अधिक मरीज भर्ती हुए और करीब 25 हजार से ज्यादा मरीज ठीक हुए। कोरोना संक्रमण के दौरान एलएनजेपी अस्पताल में कोरोना मरीजों को लेकर बेहद दबाव देखा गया है।
सरकार इस अस्पताल में न केवल मरीजों के बेड्स की संख्या में बढ़ोत्तरी करने में जुटी है बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर से बेहतर करने का काम भी कर रही है। एलएनजेपी अस्पताल में कुल बेड्स की संख्या 2010 है। इनमें से 1050 बेड ऑक्सीजन वाले शामिल हैं। बाकी 960 बेड को भी ऑक्सीजन सुविधा से लैस करने का काम तेजी से किया जा रहा है।
 
				 
					


