अजीत कु.सिंह, पू.चम्पारण : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने ब्राह्मणों को लेकर दिये गये एक विवादित बयानपर बवाल बढ़ता जा रहा है.दरअसल जीतनराम मांझी ने पिछले दिनों ब्राह्मणों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.साथ हीमांझी ने देवी–देवताओं के लिए भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। इसी कड़ी में आज जन अधिकार पार्टी के प्रदेशप्रवक्ता अभिजीत सिंह ने प्रेस को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी से सार्वजनिक माफी की अपील की, अन्यथा स्वर्ण समाज की तरफ से पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के खिलाफ बड़े आंदोलन करने की चेतावनी भी दी।
साथ ही श्री सिंह ने कहा कि स्वर्ण समाज के लिए एक नए आयोग का गठन हो साथ ही साथ नए कानून बनाए जाएं।जिससे सवर्ण समाज अपने आप को इस प्रदेश में और इस देश में सुरक्षित महसूस करें।
समाज सुधार यात्रा के नाम पर अपनी नाकामियों को छुपा रही है नीतीश सरकार :-अभिजीत:
उन्होंने नीतीश कुमार के समाज सुधार यात्रा के ऊपर भी कई सवाल उठाए।
उन्होंने कहा की यात्रा चंपारण से और नौकरी, रोजगार राजगीर और नालंदा के लिए।
बिहार में रोजगार नहीं है।करीब एक करोड़ से अधिक बिहारी मजदूरों को देश और दुनिया के कोने–कोने में जाकर रोजगारके लिए भटकना नियति बन गई है।शिक्षित बेरोजगार आत्महत्या कर रहे हैं।यदि बिहार के लोग बाहर कमाने ना जाए तोउनके परिवार के लोग भूखे मर जाएंगे।बिहार के सभी उद्योग एक–एक करके मर गए।
स्कूलों–कॉलेजों में शिक्षक,अस्पतालों में डॉक्टर,मेडिकल स्टाफ व विभिन्न विभागों में कर्मचारियों पदाधिकारियों कीबहाली नहीं हो रही है।किसानों को खेती के लिए खाद मुहैया नहीं कराई जा रही है।
साथ ही साथ उन्होंने चंपारण के मूलभूत समस्याओं के ऊपर भी वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश जी का ध्यान आकर्षित करते हुएसरकारी बस पड़ाव एवं स्वास्थ्य शिक्षा सड़क एवं पुल पुलिया के निर्माण के ऊपर भी ध्यान देने की बात कही। श्री सिंह नेढाका विधानसभा के फुलवरिया घाट पर पुल के निर्माण के ऊपर भी सवाल खड़े किए।
शराबबंदी के ऊपर भी श्री सिंह ने कहा कि जब विधानसभा में शराब की बोतलें पकड़ी जाती हैं तो सभापति और मुख्यमंत्रीके ऊपर कार्रवाई क्यों नहीं होती है । यह दोहरी नीति क्यों अपनाई जा रही है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील किया कि कोरोना कि तीसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत कियाजाए एवं बूस्टर इंजेक्शन की तैयारी के ऊपर भी एक समीक्षा होनी चाहिए।