मुझे जान का खतरा… राहुल गांधी ने पुणे कोर्ट में डाली अर्जी, महात्मा गांधी की हत्या का भी जिक्रसावरकर मानहानि केस में राहुल गांधी ने पुणे कोर्ट में अर्जी डालकर कहा कि उनकी जान को खतरा है.
उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या का जिक्र करते हुए लिखा कि इतिहास को दोहराने की अनुमति नहीं देना चाहिए.

मुझे जान का खतरा… राहुल गांधी ने पुणे कोर्ट में डाली अर्जी, महात्मा गांधी की हत्या का भी जिक्रसावरकर मानहानि केस में राहुल गांधी ने पुणे कोर्ट में अर्जी डालकर कहा कि उनकी जान को खतरा है.
उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या का जिक्र करते हुए लिखा कि इतिहास को दोहराने की अनुमति नहीं देना चाहिए.
पूनम की रिपोर्ट कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार को पुणे की एक अदालत को बताया कि हाल के राजनीतिक संघर्षों और मानहानि मामले में शिकायतकर्ता सत्यकी सावरकर की वंशावली को देखते हुए उन्हें अपने जीवन पर खतरा है. उन्होंने मानहानि मामले की सुनवाई कर रही विशेष सांसद/विधायक अदालत से आग्रह किया कि उनकी सुरक्षा और मामले की निष्पक्ष सुनवाई के संबंध में जो “गंभीर आशंकाएं” उन्होंने व्यक्त की हैं, उनका न्यायिक संज्ञान लिया जाए. गांधी ने राज्य से “निवारक सुरक्षा” की भी मांग की.
अर्जी में कहा गया, “निवारक सुरक्षा न केवल समझदारी का कदम है बल्कि यह राज्य का संवैधानिक दायित्व भी है.” अधिवक्ता मिलिंद दत्तात्रय पवार के माध्यम से दायर अर्जी में कहा गया कि यह कदम मौजूदा कार्यवाही की निष्पक्षता, सत्यनिष्ठा और पारदर्शिता को सुरक्षित रखने के लिए एक “संरक्षात्मक और एहतियाती उपाय” है
गांधी के हत्यारे गोडसे के परिजनों ने किया है राहुल पर केस
अर्जी में यह भी उल्लेख किया गया कि 29 जुलाई को दायर एक लिखित बयान में सत्यकी सावरकर ने स्पष्ट रूप से स्वीकार किया कि वह नाथूराम गोडसे और गोपाल गोडसे — महात्मा गांधी की हत्या के मुख्य आरोपियों — के मातृ पक्ष से सीधे वंशज हैं, और साथ ही विनायक दामोदर सावरकर से भी संबंध होने का दावा किया.
अर्जी में कहा गया, “शिकायतकर्ता की वंशावली से जुड़ी हिंसक और असंवैधानिक प्रवृत्तियों के दस्तावेजी इतिहास को देखते हुए यह स्पष्ट, तर्कसंगत और पर्याप्त आशंका है कि राहुल गांधी को नुकसान, गलत फंसाए जाने या अन्य प्रकार के निशाने पर लेने की संभावना है.”
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