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फिरोजाबाद में 24 घंटे में 4 की मौत, तीन जिलों में अब तक 45 ने जान गंवाई; सहारनपुर में 100 और मथुरा में 60 से ज्यादा लोग बीमार

उत्तर प्रदेश के तीन जिलों में अनजान बुखार का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। सबसे ज्यादा खराब हालत फिरोजाबाद की है।

उत्तर प्रदेश के तीन जिलों में अनजान बुखार का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। सबसे ज्यादा खराब हालत फिरोजाबाद की है। यहां सोमवार को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दौरा था। जैसे ही वह फिरोजाबाद से लखनऊ के लिए निकले। यहां रात में 4 लोगों की मौत हो गई। इसमें तीन बच्चे शामिल हैं। इसी के साथ जिले में अनजान बुखार से मरने वालों का आंकड़ा 45 हो गया है। हालांकि, प्रशासन ने अब तक 39 मौतों की ही पुष्टि की है।

इसी तरह शनिवार को एक दिन के अंदर सहारनपुर के टपरी कला गांव में भी चार लोगों ने दम तोड़ दिया था। यहां 100 से ज्यादा लोगों का अभी इलाज चल रहा है। मथुरा के फरह ब्लॉक के 3 गांवों में 60 से ज्यादा लोग इस अनजान बुखार की चपेट में हैं।

पिछले 24 घंटे में सहारनपुर में इनकी हुई मौतें

फिरोजाबाद के न्यू अंबेडकर कॉलोनी में रहने वाले सुनील कुमार की एक साल की बच्ची शान्या, नगला सिंधी क्षेत्र के जय सिंह का सात साल का बेटा तरुण, छारबाग के रहने वाले धीरज कुमार के सात साल का बेटा निखिल, प्रेमपाल की बेटी रेनू ने दम तोड़ दिया। इन सभी को पिछले कई दिनों से तेज बुखार था। CMO डॉ. नीता कुलश्रेष्ठ का कहना है कि उन्हें इन मौतों के बारे में जानकारी नहीं है।

एक दिन पहले ही सीएम योगी ने किया था दौरा

सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को ही फिरोजाबाद पहुंचे थे। यहां वह सुदामा नगर में बुखार से पीड़ित बच्चों से और उनके परिजनों का हाल जानने पहुंचे थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम योगी ने कहा था कि सिर्फ 3 बच्चों की मेडिकल कॉलेज में मौत हुई है। प्राइवेट अस्पताल में 37 लोगों की जान गई है। इसलिए प्राइवेट अस्पताल के बजाय लोग सरकारी अस्पताल में ही इलाज कराएं।

सीएम ने कहा था कि जिले भर में लगभग 32 बच्चे और 7 वयस्क की मौत हुई है। मेडिकल एजुकेशन और सर्विलांस की टीम को भेजकर जांच करा रहे हैं। इसमें पता चल सकेगा कि यहां डेंगू है या फिर कोई और बीमारी।

सहारनपुर : शनिवार को एक दिन में चार मौतें, 100 से ज्यादा बीमार

सहारनपुर में भी अनजान बीमारी का कहर कायम है। यहां के टपरी कला गांव के हर घर में एक शख्स बुखार से पीड़ित है। पिछले शनिवार को एक दिन के अंदर चार लोगों ने यहां दम तोड़ दिया था। 100 से ज्यादा लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती है। 12 लोग हायर सेंटर पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज करा रहे हैं।

गांव के ही जावेद (25) को कुछ दिन पहले हल्का बुखार और सिर दर्द था। जिस कारण उसने गांव के ही एक छोलाछाप डॉक्टर से दवाई ली थी। बुखार तो कुछ समय के लिए उतर गया। लेकिन अगले दिन फिर से हो गया। पिता अकरम का कहना है कि बेटे जावेद को बुखार आने पर निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गए। लेकिन चिकित्सक ने कुछ दिन रखने के बाद हॉयर सेंटर रेफर कर दिया।

मथुरा : 8 की मौत हो चुकी है, 60 अभी भी इलाज करा रहे

कान्हा की नगरी फरह ब्लॉक के कोंह और पिपरौठ गांव में अभी 60 से ज्यादा लोग बीमार हैं। पिछले 10 दिनों में 8 लोग जान गवां चुके हैं। इसमें हरीशंकर का बेटा पिंकू (9) और दुलिया की बेटी हनी (5) की सोमवार को अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। इससे पहले अवनीश (12), रुचि (14), रांची (18) और रंजीत (19) की जान जा चुकी है। पिपरौठ व रैपुराजाट गांव में भी मरीजों की संख्या बढ़ी है।

पिपरौठ गांव में वायरल से करीब 20 से 25 लोग बीमार हैं। जबकि पिछले 4 दिनों में होती (65) व मंशो (60) की मौत हो गई। ऐसा ही कुछ हाल रैपुराजाट का है। यहां भी इस बीमारी की चपेट में आकर 12 से ज्यादा लोग बीमार हैं। अच्छी बात ये है कि पिछले तीन दिनों से यहां मौत का कोई नया मामला सामने नहीं आया है।

सबसे ज्यादा बच्चों की जान गई, डेंगू या कुछ और?
उत्तर प्रदेश के इन तीनों जिलों में अब तक सबसे ज्यादा बच्चों की मौत हुई है। फिरोजाबाद में 35 बच्चे, मथुरा में 6 बच्चे, सहारनपुर में 3 बच्चों की मौत हो चुकी है। सभी लोग तेज बुखार से पीड़ित थे। डॉक्टर्स ने इनमें से कुछ लोगों की मौत डेंगू से बताई है, लेकिन ज्यादातर मौतों का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।

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