BJP वाले गांधी के हत्यारे को क्रांतिकारी मानते हैं
भोजपुर में राकेश टिकैत ने भाजपा पर साधा निशाना, कहा- सरकार के भरोसे नहीं लिखा जाएगा इतिहास
पूनम की रिपोर्ट भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत तीन दिवसीय दौरे पर बिहार पहुंचे हैं। शनिवार को टिकैत बिहटा होते हुए भोजपुर जिले के जगदीशपुर पहुंचे, जहां राकेश टिकैत ने वीर कुंवर सिंह के मूर्ति पर माल्यापर्ण किया। इस दौरान राकेश टिकैत के साथ बिहार के पूर्व कृषि मंत्री सह राजद विधायक सुधाकर सिंह भी मौजूद थे। वहीं माल्यार्पण के बाद उन्होंने कहा की बिहार में जल्द ही किसानों के मुद्दों पर राज्य में आंदोलन करेंगे। ये आंदोलन एमएसपी से नीचे दाम मिलने के कारण किया जाएगा। एमएसपी गारंटी कानून के लिए बिहार किसानों का साथ दें। वहीं उन्होंने कहा कि बिहार मैं इसलिए आया हूं क्योंकि बिहार के किसानों को भी सबसे ज्यादा दिक्कत है।उन्होंने बताया कि बिहार में किसान के फसलों के सही दाम नहीं मिलते है। सस्ते में व्यापारी सफलें खरीदता है क्योंकि यहां कि बाजार समिति जो मंडी है, वो 15 साल पहले यहां खत्म हो गई है। बिहार में अब कोई प्लेटफार्म किसान का नहीं है। ताकि किसान अपनी फसल बेच सके। हजारों ट्रक भरकर यहां की फसलों को उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और बड़े बड़े शहरों के व्यापारी वहां बेचते है। इतना ही नहीं बिहार में भूमि अधिग्रहण की भी समस्या है। वहीं वीर कुंवर सिंह ने अस्सी साल की उम्र में लड़ाई लड़ी थी और आज के समय में बिहार में भूमि अधिग्रहण हो रहा है और कोई आंदोलन नहीं है। एक आंसू गोला नहीं है एक लाठी चार्ज नहीं है। तो जमीन कैसे बचेगी।
उन्होंने कहा कि अपनी जमीन बचाने के लिए आंदोलन जरूरी है। जब तक देश में जय हिंद संविधान का नारा नहीं लगेगा तब तक अपनी जमीन नहीं बचेगी। वहीं उन्होंने कहा कि बिहार में ट्रैक्टर आंदोलन की शुरुआत हो चुकी है। एक झटका सरकारों से लेनी पड़ेगी। ट्रैक्टर मार्च निकलेंगे। लोग जागरूक होंगे। उन्होंने कहा कि यहां के लोग मेहनती है बाहर जाकर काम करते है। बताते भी नहीं है ये किसान है मजदूर बनकर काम करते है। लेकिन अपना खेत और अपना काम का नारा बिहार में देना पड़ेगा। वहीं जातीय जनगणना पर राकेश टिकैत ने कहा कि कुछ लोगों का राजनीति फायदा होता होगा। वहीं देश को कोई जनगणना में बांट रहे है तो वो धर्म में बांट रहे है।
खबरे और भी है
राघव चड्ढा को खाली करना पड़ सकता है सरकारी बंगला