स्वामी प्रसाद मौर्य : रामचरितमानस पर फिर दिया विवादित बयान
बोले- रामचरित मानस को बढ़ावा देने वाले दलितों, महिलाओं को कर रहे अपमानित
स्वामी प्रसाद मौर्य : रामचरितमानस पर फिर दिया विवादित बयान
बोले- रामचरित मानस को बढ़ावा देने वाले दलितों, महिलाओं को कर रहे अपमानित
प्रिया की रिपोर्ट इंदौर : उत्तर प्रदेश के मैनपुरी पहुंचे सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि रामचरित मानस को बढ़ावा देने वाले लोग समाज में पिछड़ों, दलितों, शोषितों, महिलाओं को अपमानित करने का काम कर रहे हैं।
मंगलवार को मौर्य एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। यहां उन्होंने रामलीला मैदान में कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद पत्रकारों से वार्ता की। कहा कि भाजपा सरकार का दिमाग खराब हो गया है। रामचरित मानस विवाद पर कहा कि लोगों ने घरों में सुंदरकांड का पाठ करना बंद कर दिया तो सरकार मंदिरों में सरकारी खर्चे पर हनुमान चालीसा का पाठ करा रही है।
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कहा कि धर्म के नाम पर भारतीय जनता पार्टी अपना व्यापार चला रही है। कहा कि स्वाभाविक रूप से जब हमारा संविधान धर्मनिरपेक्ष की कल्पना करता है तो, हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सब यहां पर रहते हैं। इस देश की आजादी में सभी का योगदान रहा है। आज किसी एक धर्म को बढ़ावा देने का मतलब है कि पक्षपात करना। उन्होंने हिंदू राष्ट्र की मांग करना स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान बताया। कहा कि आज कोई खालिस्तान, कोई मुस्लिम देश, बौद्ध राष्ट्र की मांग कर सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा और सरकार देश को बंटवारे की राह पर ले जा रहे हैं। पहले भी हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग ने ही भारत के दो टुकड़े कराए थे। अब फिर से वही सब देश में हो रहा है।