नैक द्वारा प्रकाशित ‘State-Wise Analysis of Accreditation Reports-Jharkhand’ के विमोचन अवसर पर संबोधित माननीय राज्यपाल
नैक द्वारा प्रकाशित ‘State-Wise Analysis of Accreditation Reports-Jharkhand’ के विमोचन के अवसर पर संबोधित माननीय राज्यपाल-सह-झारखण्ड राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति श्री सी०पी० राधाकृष्णन ने किया।
नैक द्वारा प्रकाशित ‘State-Wise Analysis of Accreditation Reports-Jharkhand’ के विमोचन अवसर पर संबोधित माननीय राज्यपाल
नैक द्वारा प्रकाशित ‘State-Wise Analysis of Accreditation Reports-Jharkhand’ के विमोचन के अवसर पर संबोधित माननीय राज्यपाल-सह-झारखण्ड राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति श्री सी०पी० राधाकृष्णन ने किया।
राखी कुमारी की रिपोर्ट रांची: माननीय राज्यपाल-सह-झारखण्ड राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति श्री सी०पी० राधाकृष्णन ने कहा कि किसी भी शैक्षणिक संस्थान की सफलता वहाँ के विद्यार्थियों द्वारा अर्जित ज्ञान पर निर्भर करता है। विद्यार्थी अधिक से अधिक ज्ञान प्राप्त करने के पश्चात ही प्रतियोगिता के इस युग में उत्कृष्टता व सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए विश्वविद्यालयों में अध्ययन-अध्यापन, रिसर्च एवं इनोवेशन का बेहतर वातावरण विकसित करने पर बल देना होगा। राज्यपाल महोदय आज राज भवन में नैक द्वारा प्रकाशित ‘State-Wise Analysis of Accreditation Reports-Jharkhand’ के विमोचन के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उक्त अवसर पर राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ० नितिन कुलकर्णी, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सचिव श्री राहुल कुमार पुरवार, नैक टीम के सदस्यगण तथा राज्य सरकार द्वारा सचालित विश्वविद्यालयों व निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण उपस्थित थे।
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राज्यपाल महोदय ने कहा कि विश्वविद्यालयों द्वारा विद्यार्थियों को ज्ञान अर्जित करने हेतु सदैव प्रेरित किया जाना चाहिए। विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को हर हाल में गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध कराये। उन्होंने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय की सफलता उसके भवनों से नहीं, बल्कि उनके प्रतिभावान विद्यार्थियों से होती है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति के ज्ञान का महत्व होता है, केवल अंक हासिल करने से कुछ नहीं होता है। हमारे विश्वविद्यालय ज्ञान के प्रमुख केंद्र के रूप में जाने जाय, इसके लिए विश्वविद्यालय तथा उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग प्रतिबद्धता के साथ कार्य करे। कुलपतियों को व्यक्तिगत रुचि के साथ विभिन्न समस्याओं का समाधान करते हुए विश्वविद्यालय में बेहतर कार्य-संस्कृति विकसित करने की दिशा में सचेष्ट रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्रहित में विश्वविद्यालय में सभी को टीम भावना के साथ कार्य करने की जरूरत है।
इस अवसर पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सचिव ने राज्य के विश्वविद्यालयों के संदर्भ में चर्चा करते हुए उच्च शिक्षण संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए संस्थाओं की रैंकिंग, रिसर्च-सह-इनोवेशन बोर्ड, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, मैनपावर आदि की दिशा में किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया।