तीसरे दिन बचाए गए केबिन में फंसे 13 लोग
रेस्क्यू आपरेशन में 13 लोगों को सकुशल निकाला गया सोमवार शाम करीब 5:50 हादसे में एक सैलानी की मौत के बाद रेस्क्यू के काम को रोक दिया गया था
देवघर ब्यूरो: तीसरे दिन रेस्क्यू आपरेशन में 13 लोगों को सकुशल निकाला गया। सोमवार शाम करीब 5:50 हादसे में एक सैलानी की मौत के बाद रेस्क्यू के काम को रोक दिया गया था। उस वक्त पांच केबिन में 14 आम लोग व एक वायु सेना का कमांडो फंसे रहे। पूरी रात सिर्फ इस इंतजार में कटा कि कब सुबह हो और फिर से रेस्क्यू का काम शुरू किया जाए। सुबह करीब 6:30 बजे बचाव कार्य को फिर से शुरू किया गया। सबसे पहले 20 नंबर केबिन में फंसे एक सैलानी और फिर वायु सेना के जवान को बाहर निकाला गया। बारी-बारी से वायु सेना की दो हेलिकाप्टर बचाव कार्य में जुटे थे।
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उसके बाद छह नंबर व चार नंबर केबिन में फंसे लोगों के सकुशल बाहर निकाल लिया गया। इनमें केबिन नंबर छह में छठी लाल साह व शोभा देवी व 19 व सात नंबर केबिन में फंसे लोगों को बाहर निकालने में हो रही थी। इस क्रम में एक वायु सेना के कमांडो को चोट लग गई और वह घायल हो गया। इसके बाद फिर से 11 बजे केबिन संख्या 19 व सात में फंसे चार लोगों को बाहर निकाल लिया। हल्की चो11:30 बजे केबिन संख्या 19 में फंसे दो युवकों देवघर के बिलासी टाउन मोहल्ला निवासी नमन नीरज व अभिषेक नंदन को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।
केबिन संख्या 19 से ही सोमवार की शाम रेस्क्यू के क्रम में राकेश कुमार मंडल की मौत हो गई थी। ऐसे में नमन व नीरज की रात कैसे कटी होगी इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। नमन नीरज के पिता नीरज कौशल देवघर आयकर विभाग में आइटीओ के पद पर कार्यरत हैं। उसके बाद अंतिम केबिन संख्या सात में फंसे शोभा देवी व छठि लाल साह को बाहर निकालने का काम शुरू किया गया। इस क्रम में शोभा देवी की मौत हो गई। वहीं छठी लाल साह को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। वे इस रेस्क्यू वर्क में बाहर निकाले जाने वाले अंतिम सैलानी थे।