पर्यटन डेस्क : भारत न सिर्फ सांस्कृतिक, सामाजिक रूप से विविधताओं से भरा देश हैबल्कि भौगोलिक रूप से भी यहां की धरती निराली है. चाहे आप किसी भी तरह की चाहतरखते हों, यहां सब पूरी हो सकती है. यहां जितनी तरह की संस्कृतियां हैं, उतनी ही तरह कीघूमने के लिए अनगिनत जगहें हैं. इन जगहों पर जाकर आप किसी भी मौसम में अपनीटूरिज्म की दीवानगी को पूरी कर सकते हैं. अब चूंकि सर्दी का मौसम आने वाला है, ऐसे मेंकई लोग सर्दी में एडवेंचर को पसंद करते हैं, तो एडवेंचर के लिए भारत में कई ऐसी जगहें हैंजहां आप अपनी इच्छा पूरी कर सकते हैं. यहां हम उन खास जगहों के बारे में बता रहे हैं, जहां आप अपने एडवेंचर के शौक को पूरा कर सकते हैं.
गुलमर्ग
सर्दी के मौसम में ज्यादातर एडवेंचर हिमालय की वादियों में ही देखने को मिलते हैं. यूं तोगुलमर्ग को धरती का स्वर्ग कहा ही जाता है, लेकिन यह एडवेंचर के लिए जबर्दस्त रोमांचकजगह है. गुलमर्ग पीरपंजाल रेंज की खूबसूरत घाटी है. यहां की वादियां हर मौसम में लोगोंको अपना दीवाना बना लेती हैं, सर्दी में यहां के पहाड़ बर्फ की सफेद चादर से ठक जाती हैजिसमें कई विंटर गेम्स का मजा लिया जा सकता है. यहां स्कीईंग, स्नोबोर्डिंग, आइसस्कैटिंग, गोंडोला, हेली स्कीईंग का मजा लिया जा सकता है.
ऑली
ऑली उत्तराखंड में स्थित है, जो दिल्ली से 372 किलोमीटर दूर है. हरिद्वार के रास्ते यहांआसानी से जाया जा सकता है. सर्दी के मौसम में ऑली पूरी तरह से कश्मीर की तरह बनजाती है. इसे मिनी कश्मीर भी कहा जाता है. यहां बर्फ में जबर्दस्त स्लॉप है जिसके कारणस्कीईंग करने वालों के लिए यह मुफीद जगह है. इसके अलावा आइस स्कैटिंग औरस्नोबोर्डिंग भी यहां किए जाते हैं.
सोलांग वैली
सोलांग वैली हिमाचल प्रदेश में स्थित है. यह मनाली से थोड़ी ही दूरी पर स्थित है. एडवेंचरलवर के लिए यह जगह एकदम मुफीद है. यहां पैराग्लाइंडिंग, जॉर्बिंग, एटीवी राइड, रॉकक्लाइम्बिंग, रैपलिंग, रिवर क्रॉसिंग, स्कीईंग, स्नोबोर्डिंग और स्नो ट्रेकिंग जैसे एडवेंचरपर्यटकों को लुभाते हैं. मनाली से नजदीक होने के कारण सोलांग वैली अधिकांश पर्यटकोंके लिए पसंदीदा जगह है. यहां भारत का एकमात्र अटल बिहारी इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनरिंगएंड एलाइड स्पोट्र्स है जहां दिसंबर–जनवरी में हर साल स्कीईंग फेस्टवल होता है.
नारकंडा
शिमला से करीबन 65 किमी की दूरी पर स्थित नारकंडा हिमाचल प्रदेश का बेहद हीखूबसूरत डेस्टिनेशन है. बर्फबारी के समय नारकंडा का टूर एडवेंचर पसंद करने वालों केलिए परफेक्ट डेस्टीनेशन है. स्नोफॉल के दौरान यहां सेलिब्रेशन में डबल मजा लिया जासकता है. यहां सबसे ज्यादा स्कीईंग और स्नोबोर्डिंग का मजा लिया जा सकता है.
दायरा बुग्याल उत्तराखंड
सर्दियों में उत्तरकाशी जिले में बर्फ की चादर ओढ़े दयारा बुग्याल खामोश पहाड़ है. यहां हारकंपा देने वाली ठंड लगती है. लेकिन एडवेंचर लवर के लिए यह जगह बेहद रोमांचक है. दयारा बुग्याल की पहचान माउंटेन ट्रैकिंग के रूप में अच्छी है. सबसे ज्यादा यहां विंटरट्रैकिंग होती है.
बुग्याल में स्कीइंग की खास व्यवस्था है. यह समुद्र तल से 10 हजार फुट की ऊंचाई परस्थित है. दयारा बुग्याल अपने घास के मैदान और बर्फ से ढके हिमालय की रेंज के लिएमशहूर है. दयारा बुग्याल को उत्तराखंड सरकार ने ट्रैक ऑफ द ईय़र 2015 घोषित कियाथा.
कोरोना गाइडलाइन को भी समझें
सर्दी के दौरान कहीं भी जा रहे हैं, तो उस राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकरकोरोना संबंधी गाइडलाइन को अवश्य पढ़ें. उत्तराखंड की सैर करने के लिए कोविड 19 कीनिगेटिव रिपोर्ट या दोनों खुराक की वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखाना जरूरी है. उत्तराखंड में कईशहरों में अभी भी नाइट कर्फ्यू लगे हैं. मसूरी जाने वाले पर्यटकों को स्मार्ट सिटी के पोर्टल परपंजीकरण और होटल की बुकिंग का प्रमाण दिखाना होगा. वहीं हिमाचल प्रदेश की यात्राकरने पर सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. पर्यटकों को आरोग्य सेतु एपडाउनलोड करने की सलाह दी गई है. जम्मू–कश्मीर जाने के लिए वैक्सीन की दोनों खुराकका सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है. अगर यह नहीं है, तो 72 घंटे पहले कीआरटीपीसीआर रिपोर्ट की जरूरत होगी. इसके अलावा यहां मॉल, रेस्टोरेंट जाने पर भी येसर्टिफिकेट दिखाने होंगे.