जनता दल यूनाइटेड (JDU) में इन दिनों पार्टी के पावर सेंटर के बीच शह-मात का खेल जारी है। यह खेल JDU के अंदर से लेकर बाहर तक चल रहा है। JDU ने एक तरफ ऐलान कर दिया है कि वह यूपी चुनाव में पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगा। इस चुनाव के बहाने JDU अपने सहयोगी दल BJP को अपना महत्व बताना चाहता है।
29 अगस्त को खत्म हुई राष्ट्रीय परिषद की बैठक में इन बातों पर JDU के नेता इशारों-इशारों में एक दूसरे पर हमला करते नजर आए। ललन सिंह ने कहा कि RCP सिंह का BJP नेताओं के साथ रोज मिलना-जुलना है। वे जदयू के लिए यूपी में बेहतर हिस्सेदारी ले सकते हैं।
JDU पूरी तैयारी के साथ उतरेगी
राष्ट्रीय परिषद की बैठक में शामिल एक नेता ने दैनिक भास्कर को बताया कि यूपी चुनाव को लेकर JDU काफी गंभीर है। किसी भी कीमत पर पार्टी वहां अपना वोट बैंक बढ़ाएगी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए JDU जल्द ही अलग-अलग नेताओं को बड़ी और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देगी। JDU नेता ने बताया कि यूपी चुनाव में पार्टी अपने लक्ष्य के साथ उतरेगी। यदि BJP से बात नहीं बनती है तो वहां लगभग 200 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की जा सकती है।
यूपी चुनाव लड़ना जरूरी
राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्र में मंत्री RCP सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में JDU का चुनाव नहीं लड़ना बड़ा नुकसान था। JDU को 2017 में यूपी चुनाव लड़ना चाहिए था। हमारी जमीन तैयार होती, लेकिन हमसे भूल हुई। अभी पार्टी को पूरे दमखम के साथ उत्तर प्रदेश के चुनाव में उतरना है और इस लक्ष्य के साथ उतरना है कि कम से कम 13 सीट हम जीते। तब हम सत्ता के शीर्ष तक पहुंच पाएंगे। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पहली बार बिहार विधानसभा चुनाव में भी जब JDU उतरी थी तो 13 सीट ही जीते थे और सत्ता के शीर्ष पर गए थे।
ललन सिंह ने कैसे RCP को किया टारगेट
बैठक में आखिरी में राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का संबोधन हुआ, तो उन्होंने साफ कहा कि RCP सिंह केंद्र में मंत्री हैं। रोज BJP के शीर्ष नेताओं के साथ उठना बैठना है। RCP सिंह चाहेंगे तो यूपी विधानसभा चुनाव में JDU को बेहतर हिस्सेदारी मिल सकती है। RCP सिंह अपनी तरफ से कोशिश करें कि BJP के साथ बेहतर तालमेल बैठ जाए।
JDU के एक नेता ने बताया कि जब ललन सिंह ये बातें बोल रहे थे तब केंद्रीय मंत्री RCP सिंह पूरी तरह से असहज हो गए थे। हालांकि, ललन सिंह ने यूपी चुनाव में बीजेपी के साथ गठबधंन को लेकर गेंद RCP सिंह की झोली में डाल दी है और सभी नेताओं को पता है कि यूपी इलेक्शन में बीजेपी दूसरे दल को तरजीह नहीं देने जा रही है।