रविवि में ऑनलाइन एग्जाम की मांग को लेकर प्रदेशभर से पहुंचे हजारों स्टूडेंट, नारा लगाया- कुलपति छांव में, हमारा भविष्य दांव में; फोर्स तैनात
छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में मंगलवार को छात्रों ने जमकर हंगामा किया। यूनिवर्सिटी में पहुंचे हजारों स्टूडेंट ऑनलाइन परीक्षा की मांग कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में मंगलवार को छात्रों ने जमकर हंगामा किया। यूनिवर्सिटी में पहुंचे हजारों स्टूडेंट ऑनलाइन परीक्षा की मांग कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि जब पढ़ाई ऑनलाइन तरीके से हुई है तो एग्जाम भी वैसे ही होनी चाहिए। करीब 1 महीने से इस मांग को लेकर छात्र लगातार यूनिवर्सिटी प्रबंधन से मुलाकात कर रहे हैं।
अब तक बात नहीं बनी इसलिए अब मंगलवार को प्रदेश के लगभग हर जिले से स्टूडेंट यहां पहुंचे हैं और कैंपस का घेराव कर दिया गया। सबसे पहले स्टूडेंट यूनिवर्सिटी के गेट के अंदर दाखिल हुए तो आनन-फानन में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पुलिस को खबर दी। प्रदर्शनकारी छात्रों को यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट पर ही रोक दिया गया था। यूनिवर्सिटी पहुंचे स्टूडेंटस नारा लगा रहे हैं कुलपति छांव में, हमारा भविष्य दांव में।
काफी देर तक हुए नारेबाजी और हंगामे के बाद स्टूडेंट गेट से कूदकर अंदर आने की कोशिश करते रहे। पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई और गेट खोलकर स्टूडेंट कुलपति दफ्तर के करीब पहुंचने में कामयाब रहे। सभी पंडित रविशंकर शुक्ल की प्रतिमा के पास जमा हैं और कुलपति से मुलाकात करने की मांग कर रहे हैं।
स्थिति को देखते हुए पुलिस ने भी आसपास के कुछ थानों से एक्स्ट्रा फोर्स मंगाई है। पुलिस के जवान लाठी-डंडों के साथ यहां तैनात हैं। यूनिवर्सिटी कैंपस में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। स्टूडेंट ऑनलाइन परीक्षा करवाने की मांग पर अड़े हुए हैं। कई बार पुलिस के अफसर और यूनिवर्सिटी प्रबंधन के अफसरों ने स्टूडेंट को ज्ञापन देकर लौटने को कहा है लेकिन अब तक स्टूडेंट यहां से लौटे नहीं हैं और इसी जिद पर अड़े हैं कि जब तक कुलपति आकर उनसे मुलाकात नहीं करते वह लौटेंगे नहीं।
यह है परेशानी
यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट प्रशांत ने बताया कि पिछले 2 महीनों में 6 महीनों की पढ़ाई पूरी करवा दी गई। कोर्स ऑनलाइन तरीके से पूरा करवा दिया गया और अब 15 सितंबर से परीक्षाएं ली जानी है। प्रदेश के 2 लाख के अधिक छात्र-छात्राएं इस परीक्षा में हिस्सा लेंगे। ऑनलाइन कम्यूनिकेशन की वजह से कई स्टूडेंट्स अपनी पढ़ाई ठीक तरह से पूरी नहीं कर पाए हैं। ऐसे में अचानक उन पर ऑफलाइन एग्जाम का बोझ डालना सही नहीं है। ऑफलाइन एग्जाम में 3 घंटे के भीतर सभी प्रश्नों के जवाब देने होते हैं, जबकि ऑनलाइन परीक्षा लिए जाने पर वक्त अधिक मिलता है।
ऑनलाइन परीक्षा की मांग इस वजह से
छात्रों की इस आंदोलन की अगुवाई NSUI कर रहा है। प्रदर्शनकारियों के मुताबिक, प्रदेश की सभी विश्वविद्यालय जिनमें दुर्ग, बस्तर, बिलासपुर की यूनिवर्सिटी शामिल हैं यह ऑनलाइन एग्जाम ले रही हैं। कोविड-19 प्रोटोकॉल की वजह से छात्रों की भीड़ जमा ना हो इसका ध्यान रखा जा रहा है। रविवि यूनिवर्सिटी प्रबंधन ऑफलाइन एग्जाम लिए जाने पर अड़ा है। प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि ऑनलाइन परीक्षा ली जाए।