जंगल में चारा काटने गए थे ग्रामीण, तहसीलदार ने दौड़ाया, बचने के प्रयास में नदी में गिरकर हुई मौत

रामपुर के स्वार तहसील के दढ़ियाल क्षेत्र में नदी किनारे जंगल से पशुओं के लिए हरा चारा काटने गए ग्रामीण को तहसीलदार और कर्मचारियों ने दौड़ा लिया। तहसीलदार और कर्मचारियों से बचने के लिए ग्रामीण भी भागा और कोसी नदी में गिर गया। जिससे उसकी मौत हो गई।

जंगल में चारा काटने गए थे ग्रामीण, तहसीलदार ने दौड़ाया, बचने के प्रयास में नदी में गिरकर हुई मौत

रामपुर के स्वार तहसील के दढ़ियाल क्षेत्र में नदी किनारे जंगल से पशुओं के लिए हरा चारा काटने गए ग्रामीण को तहसीलदार और कर्मचारियों ने दौड़ा लिया। 

अंजलि कुमारि कि रिपोर्ट:  रामपुर के स्वार तहसील के दढ़ियाल क्षेत्र में नदी किनारे जंगल से पशुओं के लिए हरा चारा काटने गए ग्रामीण को तहसीलदार और कर्मचारियों ने दौड़ा लिया। तहसीलदार और कर्मचारियों से बचने के लिए ग्रामीण भी भागा और कोसी नदी में गिर गया। जिससे उसकी मौत हो गई। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रख जाम लगाया और हंगामा किया। हालांकि पुलिस के समझाने पर शव लेकर लौट गए। बाद में तहसीलदार टांडा व अन्यसूचना पर चौकी प्रभारी हरिओम चौहान व श्रीपाल सिंह मौके पर पहुंच गए।

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 उनके समझाने पर ग्रामीण शव लेकर गांव लौट गए। बाद में मृतक के भाई सईद खां ने थाना में रिपोर्ट देकर तहसीलदार व अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है। कर्मचारियों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दी गई है। यह मामला सोमवार की सुबह का है।

गांव अकबराबाद निवासी फरीद अपने पशुओं के लिए चारा लेने गाड़ी लेकर जंगल गया था। आरोप है कि रास्ते मेंं कोसी नदी के समीप टांडा तहसीलदार व उनके कर्मचारी मिले। उन्होंने गाली देते हुए उसका पीछा किया। पकड़ने को उसके ऊपर पत्थर भी फेंके। उनसे बचते समय ग्रामीण किसी तरह नदी में जा गिरा। इस दौरान फरीद का भाई सईद कुछ फासले पर था। उसने सब कुछ देख लिया।

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