मंगल का तुला में प्रवेश 21 अक्टूबर से, कराएगा भूमि-संपत्ति की प्राप्ति

Mars transit in Libra: कहीं कहीं तेज शीत का प्रभाव दिखाई देगा। इसके साथ ही उत्तर-पूर्वी, पश्चिमी देशों से टकराव, मतभेद, राजनीतिक उथल-पुथल दिखाई दे सकती है।

उत्तराखंड ब्यूरो : शौर्य, साहस, बल, पराक्रम, सैन्य शक्ति, भूमि, भवन, संपत्ति का स्वामी मंगल 21 अक्टूबर 2021 गुरुवार को रात्रि में2 बजे से तुला राशि में प्रवेश करेगा। मंगल 4 दिसंबर तक इसी राशि में रहेगा। इससे पहले सूर्य ने 18 अक्टूबर को तुला राशि में प्रवेशकर लिया है। इस प्रकार अग्नि तत्व के प्रतीक दोनों ग्रहों की युति तुला राशि में हो गई है। यह संयोग सभी राशि के जातकों को प्रभावितकरेगा। विशेषकर मंगल की राशियों मेषवृश्चिक, सूर्य की राशि सिंह और तुला राशि के जातकों पर इसका अधिक प्रभाव होगा।

मंगल और सूर्य की तुला राशि में युति से प्रकृति, पर्यावरण और मौसम पर विशेष प्रभाव होने वाला है। प्रकृति में अचानक बदलाव होंगे।उत्तरपूर्वी देशों में प्राकृतिक प्रकोप, कहीं अचानक तेज बारिश, बर्फ के तूफान हो सकते हैं। कहीं कहीं तेज शीत का प्रभाव दिखाईदेगा। इसके साथ ही उत्तरपूर्वी, पश्चिमी देशों से टकराव, मतभेद, राजनीतिक उथलपुथल दिखाई दे सकती है।

मंगल भूमि, संपत्ति का कारक ग्रह है और तुला राशि शुक्र के आधिपत्य वाली राशि है। शुक्र भोग विलास, सुखसमृद्धि आदि काप्रतिनिधि ग्रह है। इसलिए शुक्र की राशि में मंगल के जाने से लोगों की समृद्धि में वृद्धि होने वाली है। लोगों की क्रय क्षमता बढ़ेगी। भूमि, संपत्ति खरीदेंगे। कारोबारियों को लाभ होगा। सोनाचांदी के भाव बढ़ेंगे लेकिन साथ ही लोगों की इन्हें खरीदने की क्षमता में भी बढ़ोतरीहोगी।

मंगल के तुला में गोचर के दौरान उन लोगों को विशेष लाभ होगा जिन्में गोचर में मंगल की महादशाअंतर्दशा चल रही है। जिनकी कुंडलीमें मंगल जन्मकालीन वक्री हो उन्हें सतर्क रहने की आवश्यकता है।

क्या उपाय करें

मंगल के तुला में गोचर के दौरान सभी राशि के जातक लाल मूंगे की माला धारण करें, मूंगे के बने गणपति का पेंडेंट गले में धारण करें।प्रत्येक मंगलवार को हनुमान मंदिर में दर्शन करें और श्रीफल अर्पित करें। घर में मंगल यंत्र स्थापित करके नित्य दशर्नपूजन करें।

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