संयुक्त किसान मोर्चा की आज बैठक

जिसके बाद इस बार सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापिस लिया साथ ही संसद के शीतकालीन सत्र में कृषि कानूनों को रद्द किए गए

संयुक्त किसान मोर्चा की आज बैठक

ज्योति कुमारी की रिपोर्ट दिल्ली: सरकार द्वारा बनाये गए तीन कृषि कानूनों को रद्द करने को लेकर लगतार किसानों का आंदोलन जारी है। आंदोलन में किसानों की सरकार से कुछ मांगे थी। जिसके बाद इस बार सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापिस लिया साथ ही संसद के शीतकालीन सत्र में कृषि कानूनों को रद्द किए गए। कृषि कानूनों के रद्द होने पर भी किसान आंदोलन लगातार जारी है। जबकि सरकार की ओर से आंदोलन को वापस लेने और किसानों को घर जाने की बात कही जा रही है। लेकिन किसान MSP और मृतक किसानों के परिजनों को मुआवजा के साथ ही अन्य मांगों को लेकर आंदोलन को जारी रखा है। आज संयुक्त किसान मोर्चा सिंघु बॉर्डर किसान आंदोलन की आगे की रणनीति पर बैठक करेंगे।

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सिंघु बार्डर बार्डर पर होने वाली बैठक से पहले कहा कि आज बैठक में आंदोलन आगे कैसे बढ़ेगा और सरकार बातचीत करेगी तो कैसे बातचीत करनी है इन सब विषय पर चर्चा होगी। समाचार एजेंसी ANI के अनुसार
BKU प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि आज बैठक में आंदोलन आगे कैसे बढ़ेगा और सरकार बातचीत करेगी तो कैसे बातचीत करनी है, इसपर चर्चा होगी। हरियाणा में मुख्यमंत्री, अधिकारियों और किसानों की कल बात हुई है जिसमें प्रदर्शन से संबंधित मामलों को वापस लेने पर सहमति बनी परन्तु मुआवजे पर सहमति नहीं बनी।

इस बीच दिल्ली-उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बार्डर पर किसान आंदोलन की अगुवाई करने वाले भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने बयान दिया है कि दिल्ली-एनसीआर के चारों बार्डर (सिंघु, शाहजहांपुर, टीकरी और गाजीपुर) पर किसानों का प्रदर्शन अभी खत्म नहीं होगा। इसके साथ ही यह भी बात भी स्पष्ट हो गयी की दिल्ली-एनसीआर के लोगों को फ़िलहाल जाम से राहत नहीं मिल सकती हैं।

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