झारखंड के पलामू टाइगर रिजर्व में वर्षों बाद दिखा बाघ, जानें- खास बात

पलामू टाइगर रिजर्व के अधिकारियों और कर्मचारियों ने बाघ को मेदिनिनगर-महुआदांध मार्ग को पार करते हुए देखाऔर लगभग 10 फीट की दूरी से धीरे-धीरे एक जंगल से दूसरे जंगल में चले गए।

झारखंड ब्यूरो : सोमवार शाम बाघ के देखे जाने से पलामू टाइगर रिजर्व के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच खुशीकी लहर पैदा हुई।

झारखंड के उच्च न्यायालय ने हाल ही में सोचा है कि क्यों पलामू टाइगर रिजर्व को बाघ रिजर्व कहा जाना चाहिए क्योंकिकोई बाघ नहीं हैं और देखा गया है कि अधिकारियों को यह भी पता नहीं है कि झारखंड में कितने पुरुष और महिला बड़ीबिल्लियां मौजूद हैं।

पलामू टाइग रिजर्व के एरिया डायरेक्टर कुमार अशुतोश ने (PTI) को बताया कि सोमवार शाम को बरसाद जंगल में रेंजऑफिसर तरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में वन गार्ड की एक टीम द्वारा एक स्वस्थ और युवा पुरुष बाघ को देखा गया।

अधिकारी ने कहा कि टीम ने बाघ को मेदिननगरमहुआदंध मार्ग को पार करते हुए देखा और लगभग 10 फीट की दूरी सेधीरेधीरे एक जंगल से दूसरे जंगल में चली गई।

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

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