रूसी सेना में शामिल भारतीयों की सुरक्षित वापसी होगी

पीएम की रूसी राष्ट्रपति को सलाह- युद्ध के मैदान से शांति का रास्ता नहीं निकलता, वार्ता जरूरी

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पीएम की रूसी राष्ट्रपति को सलाह- युद्ध के मैदान से शांति का रास्ता नहीं निकलता, वार्ता जरूरी
प्रिया की रिपोर्ट रूस ने मंगलवार, 9 जुलाई को मॉस्को में पीएम नरेंद्र मोदी को देश का सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल’ से नवाजा। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुद उन्हें सम्मानित किया। ये सम्मान सबसे बेहतर काम करने वाले नागरिक या फिर सेना से जुड़े लोगों को दिया जाता है।

इससे पहले मोदी दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन राष्ट्रपति पुतिन के साथ शिखर वार्ता में भी शामिल हुए। उन्होंने कहा, ‘एक मित्र के तौर पर मैंने हमेशा कहा कि जंग के मैदान से शांति का रास्ता नहीं निकलता है। बम, बंदूक और गोलियों के बीच शांति संभव नहीं होती है। समाधान के लिए वार्ता जरूरी है।’

पीएम की इस बात के जवाब में पुतिन ने कहा, ‘आप यूक्रेन संकट का जो हल निकालने की कोशिश कर रहे हैं हम उसके लिए आपके आभारी हैं।’ पीएम ने बातचीत के दौरान आतंकवाद का मुद्दा भी उठाया और कहा कि आतंकवाद हर देश के लिए खतरा बना हुआ है।

मोदी रूस में 26 घंटे रहे, पुतिन के साथ 8 घंटे बिताए
मोदी ने दो दिवसीय दौरे पर रूस में 26 घंटे बिताए। इस दौरान पुतिन के साथ 7-8 घंटे रहे। दोनों नेताओं ने औपचारिक और अनौपचारिक चार मीटिंग कीं। प्राइवेट डिनर करने के अलावा उन्होंने साथ में लंच भी किया। रूसी राष्ट्रपति ने मोदी को गोल्फ कार्ट में घुमाया।

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