उत्तर प्रदेश में मंदिर की राजनीति
ज्योति कुमारी की रिपोर्ट दिल्ली: उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव को लेकर सभी दल अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। चुनाव को देखते हुए सत्ता दल भी अपने चुनावी घोषणाओं को पूरा करने में लगी है वही विपक्ष सत्ता दल को निशाने पर रखते हुए उनके सभी कार्यों पर प्रतिक्रिया से पीछे नही हटी है।
इसी कड़ी में अभी उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर को लेकर एक ट्वीट किया। अपने ट्वीट में केशव ने लिखा- ‘अयोध्या काशी भव्य मंदिर निर्माण जारी है, मथुरा की तैयारी है।’ साथ ही हैशटैग किया- ‘जय श्री राम, जय शिव शंभू, जय श्री राधे-कृष्ण।’ उनके इस ट्वीट के बाद से अब उत्तर प्रदेश की राजनीतिक में इस ट्वीट के बाद तंज कसने का सिलसिला बढ़ गया है।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री तथा बसपा प्रमुख मायावती ने केशव प्रसाद मौर्य के ट्वीट को लेकर गुरुवार को अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की मायावती ने ट्वीट किया कि केशव प्रसाद मौर्य का यह ट्वीट भाजपा के हार की आम धारणा को पुख्ता करता है। प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर इनके इस आखिरी हथकण्डे से अर्थात हिन्दू-मुस्लिम राजनीति से जनता सावधान रहे।
वही गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मोर्य ने कहा कि BJP के लिए चुनाव के एजेंडे में कोई मंदिर का विषय मुद्दा नहीं रहा है, मंदिर आस्था का मुद्दा है चुनाव का नहीं। जो लोग राम मंदिर बनने का विरोध करते थे अब वही लोग राम मंदिर में माथा टेक रहे हैं। आगामी दिनों में यही दृश्य काशी व मथुरा में दिखेगा।
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि इन्हें ना अयोध्या, ना काशी और ना ही मथुरा पर बोलने का हक है। साढ़े 4 साल तक इन्हें मथुरा, काशी की याद नहीं आई। क्या आप (भाजपा) भगवान को भी चुनाव की दृष्टि से देखते है