ग्रंथों और परंपराओं के ज्ञान की समीक्षा जरूरी : आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत

नागपुर में सरसंघचालक ने कहा कि जीवन को संतुलन देने वाला धर्म है. हमारा धर्म विज्ञान के अनुसार चलता है. विज्ञान को मनुष्य के लिए लाभकारी होने के लिए धर्म की आवश्यकता है.

ग्रंथों और परंपराओं के ज्ञान की समीक्षा जरूरी : आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत

नागपुर में सरसंघचालक ने कहा कि जीवन को संतुलन देने वाला धर्म है. हमारा धर्म विज्ञान के अनुसार चलता है. विज्ञान को मनुष्य के लिए लाभकारी होने के लिए धर्म की आवश्यकता है.

प्रिया की रिपोर्ट इंदौर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने हिंदू धर्म को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने ग्रंथों और परंपराओं की समीक्षा की बात कही है. सरसंघचालक ने कहा कि हिंदू धर्म विज्ञान के अनुसार चलता है. विज्ञान में अब तक हुए अन्वेषण में हमारे पूर्वजों का किया कुछ न कुछ है. हालांकि, वह मौखिक परंपरा से चलकर आया. बाद में कुछ स्वार्थी लोगों ने ग्रंथों में कुछ-कुछ घुसाया, जो बिल्कुल गलत है.

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नागपुर में सरसंघचालक ने कहा कि जीवन को संतुलन देने वाला धर्म है. हमारा धर्म विज्ञान के अनुसार चलता है. विज्ञान को मनुष्य के लिए लाभकारी होने के लिए धर्म की आवश्यकता है. इसलिए यह विज्ञान सामने लाने की जरूरत है. हमारी परंपराओं में, हर विषय में दुनिया के अन्वेषण में हमारे पूर्वजों का किया कुछ न कुछ है.

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