लता मंगेशकर के जन्मदिन पर उनके रिकॉर्ड और उनके बारे में किससे

लता मंगेशकर की जीवन में एक प्रसिद्ध किस्सा यह भी है कि एक बार उनके पिता की गैर हाजिरी में एक शिष्य उनका गलत गाना गा रहा था

लता मंगेशकर के जन्मदिन पर उनके रिकॉर्ड और उनके बारे में किससे

मुंबई ब्यूरो: सुर सम्राट हिंदुस्तान की सबसे प्रसिद्ध आवाज भारत रत्न लता मंगेशकर जिनका आज जन्मदिन है। उन्होंने गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड में 1974 से 1991 तक लता मंगेशकर का नाम दुनिया के सबसे ज्यादा गाने गाने वालों में से सिंगर के तौर पर दर्ज है।कहा जाता है कि उन्होंने 1948 से 1974 तक करीब 25000 एकल, युगल और कोरस के साथ गाना गाया है। ये गाना 20 अलग अलग भाषाओं में गाया है। इनका जन्म 28 सितंबर 1929 को हुआ। उसके साथ उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर खुद एक प्रसिद्ध व्यक्ति थे। नाटक हो या संगीत दोनों में उन्होंने अपना एक अलग ही मुकाम हासिल किया था।

दिलचस्प किस्से लता मंगेशकर के

• लता मंगेशकर की जीवन में एक प्रसिद्ध किस्सा यह भी है कि एक बार उनके पिता की गैर हाजिरी में एक शिष्य उनका गलत गाना गा रहा था। तभी लता मंगेशकर ने उसे सुधारना शुरू किया। उनके पिता जब घर वापस आए तो उन्होंने पाया कि उनकी बेटी उनके शिष्य को गाना सिखा रही है। लता मंगेशकर के पिताजी ने उनकी मां से कहा कि इस बात पर उनका ध्यान कभी नहीं गया था कि उनके घर में भी एक संगीतकार मौजूद है।

एक बार दीनानाथ मंगेशकर ने एक नाटक का आयोजन किया जहां नारद के किरदार को निभाने वाला व्यक्ति नहीं पहुंच पाया। तभी लता मंगेशकर ने कहा बाबा क्या मैं यह किरदार निभा सकती हूं। उसके पिता ने कहा कि तू इतनी छोटी है स्टेज पर मेरे साथ कैसे गाना गाएगी तो लता मंगेशकर ने कहा कि मैं इस बार ऐसी नाटक करूंगी कि सब मुझे वंस मोर कहेंगे। नाटक खत्म होते ही जैसा लता मंगेशकर ने बोला था वैसा ही हुआ।

लता जी की आवाज के जादू ने फिल्म जगत में धूम मचाई पर इस मुकाम तक पहुंचने से पहले लता जी की जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव रहे। बचपन में ही इनके पिता दीनानाथ मंगेशकर जी ने लता जी से कहा था कि देख तु आगे जाकर इतनी सफल होगी जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। लेकिन उस सफलता को देखने के लिए मैं नहीं रहूंगा और तेरी शादी भी नहीं होगी। पूरे परिवार की जिम्मेदारी तुझ पर ही रहेगी तभी लता जी उनकी बातों को समझ नहीं पाई । उधर दीनानाथ मंगेशकर का स्वर्गवास हो गया। उनके पिता के बाद लता मंगेशकर पर सारी जिम्मेदारियां आ गई । इसके साथ-साथ उन फिल्मों में छोटे-मोटे किरदार निभाने।

लता जी को मारने की की गई कोशिश


एक बार की बात है। लता मंगेशकर जी की तबीयत हद से ज्यादा खराब हो गई थी। तभी उन्हें डॉक्टर को बुलाया गया। डॉक्टर ने कहा कि इन्हें धीरे-धीरे करके जहर दिया जा रहा था और यह बात बिल्कुल सच साबित हुई उनके रसोइए ने उन्हें धीरे-धीरे करके खाने में जहर देना शुरू कर दिया था। जैसे लता जी बीमार पड़ी, वैसे ही रसोईया वहां से भाग गया।

अवार्ड के मामले में लता मंगेशकर ने एक कीर्तिमान साबित किया। चाहे वह भी पद्मभूषण रहा हो या फिर भारत का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न।लता मंगेशकर ने अपने जीवन काल में हर एक प्रकार का गाना गाया है। चाहे वह दुख से भरा हो, चाहे वह खुशियों से चाहे वह प्यार भरा हो चाहे वह गम भरा।

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