उज्जैन की सैर संवाददाता पूनम और प्रिया के साथ

महाकालेश्वर के दरबार से शुरू हुई रंग पंचमी, भक्तों ने जमकर खेली होली, रंगों में सराबोर हुए महाकाल

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महाकालेश्वर के दरबार से शुरू हुई रंग पंचमी, भक्तों ने जमकर खेली होली, रंगों में सराबोर हुए महाकाल

पूनम हुए प्रिया की रिपोर्ट इंदौर : उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भस्मा आरती से रंग पंचमीपर्व की शुरुआत हुई. पंडित और पुरोहितों ने भस्म आरती के दौरान भगवान महाकाल को प्राकृतिक रंगों से सराबोर कर दिया. इस दौरान भक्तों ने भी बड़े उत्साह के साथ भस्म आरती में रंग पंचमी का उत्सव मनाया. द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक भगवान महाकालेश्वर के दरबार से सभी धार्मिक पर्वों की शुरुआत होती है. रंग पंचमी पर्व की शुरुआत भी भगवान महाकाल के आंगन से हुई. अलसुबह भगवान महाकाल के दरबार के कपाट खोले गए. इसके बाद सबसे पहले भगवान महाकाल को जल, सुगंधित इत्र, दूध, दही, शहद, फलों के रस से स्नान कराया गया.

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स्नान के बाद भगवान महाकाल का भांग, चंदन, गुलाल, फूल, काजू बादाम, किशमिश से श्रृंगार किया गया. इसके बाद भस्म आरती हुई. जैसे ही भगवान महाकाल भस्म से स्नान किया, इसके बाद भव्य आरती शुरू की गई. इस भव्य आरती में भगवान महाकाल को प्राकृतिक रंगों से स्नान कराया गया. इसके अलावा भक्त और भगवान के बीच भी जमकर होली खेली गई. महाकालेश्वर मंदिर के पंडित प्रदीप गुरु के मुताबिक भगवान महाकाल के साथ होली खेलने के लिए पंडित और पुरोहित परिवार टेसू के फूलों से रंग तैयार करते हैं. इसके अलावा रंग में चंदन, केसर आदि भी मिलाया जाता है. भगवान महाकाल को हमेशा से ही प्राकृतिक रंगों से होली खिलाई जाती है. भगवान महाकाल के दरबार से यह संदेश भी दिया जाता है कि लोगों को केमिकल युक्त रंगों के स्थान पर फूलों से बने हर्बल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करना चाहिए. यह शरीर के लिए भी लाभप्रद है.

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