जम्मू और कश्मीर ब्यूरो : नारको टेररिज्म के लिए पाकिस्तान ने नया तस्करी रूट अपनाया है। लेह से वाया मनाली नशेकी खेप पूरे देश के बड़े शहरों में भेजी जा रही है। जम्मू में नशा तस्करी पर सख्ती होती देख ऐसा किया गया है। पहलेश्रीनगर से जम्मू और पंजाब के जरिए नशा तस्करी हो रही थी। अब श्रीनगर से लेह, मनाली और पंजाब के जरिए तस्करीहो रही है। अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होते ही सरहद पार से नशे की तस्करी बढ़ गई है।
जानकारी के अनुसार, एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने 11 सितंबर को कश्मीर के सोनमर्ग और लेह में 65 लाख रुपये की एक हजार किलो भुक्की बरामद की। तीन ट्रक भी जब्त किए गए। पंजाब के तीन तस्कर पकड़े गए। यहतीनों श्रीनगर से पहले लेह के लिए गए और लेह से वाया मनाली पंजाब जाने वाले थे। पूछताछ में इसका खुलासा हुआ है।ऐसा पहली बार हुआ है, जब लेह से वाया मनाली होकर ड्रग्स सप्लाई की जा रही हो।
सितंबर महीने में एएनटीएफ ने जम्मू–कश्मीर में नशे की पांच खेप बरामद की हैं। 2 सितंबर को एएनटीएफ ने कश्मीर केसंगम से पंजाब लाया जा रहा 13 किलो गांजा बरामद किया था। पंजाब के तीन तस्कर पकड़े थे। 11 सितंबर सोनमर्गऔर लेह में एक हजार किलो भुक्की बरामद की। 17 सितंबर को कश्मीर से पंजाब लेकर जा रही 24 किलो चरस बरामदकी गई। 24 सितंबर को जम्मू के पुरमंडल में पंजाब जा रही 200 किलो भुक्की बरामद की गई थी। 30 सितंबर को हाईवेसे सटे एनवायरनमेंट पार्क के पास 18 किलो चरस बरामद की गई। यही कारण है कि जम्मू में पकड़े जाने के डर से तस्करश्रीनगर से माल लेते हैं और फिर लेह मनाली से होकर पंजाब पहुंचते हैं। पहले श्रीनगर से वाया जम्मू फिर पंजाब जाते थे।