ड्रग तस्करों की मदद से फंड जुटा रहे खालिस्तानी आतंकी

NIA ने चार्जशीट में आतंकियों की भर्ती और इंटरनेशनल लिंक का भी खुलासा किया

ड्रग तस्करों की मदद से फंड जुटा रहे खालिस्तानी आतंकी
NIA ने चार्जशीट में आतंकियों की भर्ती और इंटरनेशनल लिंक का भी खुलासा किया
पूनम की रिपोर्ट खालिस्तानी आतंकी भारत में अपनी गतिविधियां चलाने के लिए ड्रग तस्करों की मदद से फंड जुटा रहे हैं। इसके अलावा अन्य देशों में बसे लोगों से भी फंड लेते हैं और उनकी पहचान छिपाए रखते हैं। यह जानकारी NIA ने अपनी चार्जशीट में दी है।NIA ने गैंगस्टर-आतंकवादी साठगांठ मामले में प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (‌BKI) और खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) से जुड़े तीन लिस्टेड आतंकवादियों सहित 9 आतंकियों के खिलाफ स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दायर की है।चार्जशीट BKI के हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा, लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा, KTF के अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला के खिलाफ दाखिल की गई है। ये तीनों विदेश में हैं।NIA ने कहा कि इन आतंकियों के पाकिस्तान और अन्य देशों में ड्रग तस्करों और खालिस्तानी गुर्गों के साथ करीबी संपर्क हैं।
विदेशों में बसे खालिस्तानी आतंकी इस नेटवर्क के जरिए भारत में आतंकवादी गतिविधियों, जबरन वसूली और हथियारों तथा ड्रग्स की सीमा पार से तस्करी को अंजाम देने के लिए भर्ती कर रहे हैं।
इनके उत्तर भारत में सक्रिय प्रमुख गिरोहों से भी संबंध हैं, जिनमें स्थानीय गैंगस्टर, संगठित आपराधिक सिंडिकेट और नेटवर्क शामिल हैं।
एजेंसी के प्रवक्ता ने कहा कि जांच से BKI और KTF के लिए फंड जुटाने की एक जटिल व्यवस्था का भी पता चला है। फंड भारत सहयोगियों के माध्यम से भेजा जा रहा था। NIA ने अपनी चार्जशीट में भारत में आतंकवादी गुर्गों की भर्ती और ऑपरेशन में शामिल उनके इंटरनेशनल लिंक का खुलासा भी किया है।
एजेंसी BKI और KTF से जुड़े 16 अन्य फरार और गिरफ्तार आरोपियों के लिंक की भी जांच कर रही है। एक पूर्व गैंगस्टर हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा अब एक प्रमुख BKI मेंबर और खालिस्तानी ऑपरेटिव है।

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