दिल्ली में दिखी झारखंड की ताकत, जातीय जनगणना को लेकर बढ़ी सियासी सरगर्मी, गृहमंत्री से मिले सीएम के नेतृत्व में सर्वदलीय शिष्टमंडल
रांची ब्यूरो: जातीगत जनगणना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से झारखंड के तमाम दलों के नेता मिले। सीएम हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड ने एकजुटता दिखाते हुए जातीय जनगणना को लेकर अपनी सहमति जताई और गृह मंत्री को मांग पत्र सौंपा। इसके माध्यम से जातिगत जनगणना कराए जाने की मांग की गयी। सौंपे गए मांग पत्र में कहा गया कि जातिगत जनगणना बहुत ही जरूरी है। पिछड़े वर्ग के लोगों को आरक्षण की सुविध उपलब्ध कराने में ये आंकड़ो सहायक सिद्ध होंगे। नीति निर्माता को पिछड़े वर्ग के लोगों उत्थान के बेहतर नीति-निर्धारण एवं क्रियान्वयन में यह आकड़े मदद करेंगे।
ये आंकड़े आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक विषमताओं को भी उजागर करेंगे। लोकतांत्रिक तरीके से इनका समाधन किया जा सकेगा। संविधान की धारा 340 में भी आर्थिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों की वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त करने के निमित आयोग बनाने का प्रवाधान है। जातिगत जनगणना से संविधान के इस प्रावधान का भी अनुपालन सुनिश्चित हो सकेगा। लक्ष्य आधारित योजनाओं में सुयोग्य लाभुकों को शामिल करने तथा नहीं करने में होने वाले त्रुटियों को कम करने में भी यह सहायक सिद्ध होगा। भारत में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़े वर्ग के लोगों ने सदियों से आर्थिक एवं सामाजिक पिछड़ेपन का दंश झेला है। अगर जातिगत जनगणना होगी तो उसके आधार पर नीति-नियम बनाने में सुविधा होगी।
अचानक समय बदलने से शिष्टमंडल में शामिल नहीं हो सके सुदेश
पहले से तय चार बजे का समय अचानक बदल जाने के कारण आजसू प्रमुख सुदेश महतो शिष्टमंडल में शामिल नहीं हो सके। पहले यह समय 4 बजे निर्धारित था। शिष्टमंडल में भाजपा की ओर से राज्यसभा सांसद और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कांग्रेस विधायक दल नेता आलमगीर आलम, राष्ट्रीय जनता दल की ओर से मंत्री सत्यानंद भोक्ता, भाकपा माले विधायक विनोद सिंह, सीपीआई के राज्य सचिव भुनेश्वर प्रसाद मेहता, सीपीएम की ओर से सुरेश मुंडा, मार्क्सवादी समन्वय समिति की ओर से पूर्व विधायक अरूप चटर्जी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से कमलेश सिंह शिष्टमंडल में शामिल रहेंगे।