उज्बेक सुसाइड बॉम्बर के खुलासे के बाद हाई अलर्ट

मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने की गतिविधियों पर पैनी नजर,भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को अभी भी 30 वर्षीय आजमोव की पूछताछ रिपोर्ट का इंतजार है।

उज्बेक सुसाइड बॉम्बर के खुलासे के बाद हाई अलर्ट

मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने की गतिविधियों पर पैनी नजर,भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को अभी भी 30 वर्षीय आजमोव की पूछताछ रिपोर्ट का इंतजार है।

स्वीटी रानी की रिपोर्ट, रांची: मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने की गतिविधियों पर पैनी नजर,भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को अभी भी 30 वर्षीय आजमोव की पूछताछ रिपोर्ट का इंतजार है। उन्होंने अपने रूसी समकक्षों को विशेष प्रश्नों की लिस्ट भेजी है ताकि हमलावर से उसी तर्ज पर पूछताछ की जा सके। देश की सुरक्षा एजेंसियां इन दिनों हाई अलर्ट पर हैं। दरअसल, इस्लामिक स्टेट और अल-कायदा जैसे आतंकी संगठन भारत के भीतर और बाहर मुस्लिमों को कट्टरपंथी बनाने में लगे हुए हैं। इनका टारगेट ईश निंदा के नाम पर देश में हमलों को अंजाम देना है। भारतीय सिक्योरिटी एजेंसियां इन्हें रोकने के प्रयास में अकेली नहीं हैं बल्कि अमेरिका, जॉर्डन, रूस, यूएई और सउदी अरब जैसे कई मित्र देश साथ हैं।

और देखे: BJP’s Sonali Phogat’s Tearful Daughter Shoulders Bier At Last Rites.

साइबर स्पेस में इस्लामिक कट्टरपंथियों के फूटप्रिंट और अन्य जरूरी सूचनाएं नई दिल्ली के साथ शेयर की जा रही हैं।
दरअसल, रूस की संघीय सुरक्षा एजेंसी (FSB) ने सोमवार को कहा था कि उसने एक मध्य एशियाई देश के रहने वाले इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी को पकड़ा है। इसने पैगंबर मोहम्मद के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर शीर्ष भारतीय नेतृत्व के एक सदस्य पर आत्मघाती हमले की साजिश को अंजाम देने के लिए विशेष प्रशिक्षण लिया था। एफएसबी ने कहा कि प्रतिबंधित इस्लामिक स्टेट के एक सरगना ने इस साल अप्रैल से जून के बीच तुर्की में प्रवास के दौरान विदेशी नागरिक को आत्मघाती हमलावर के तौर पर समूह में भर्ती किया था।

Exit mobile version