दिग्विजय बोले- संविधान में हिंदू राष्ट्र का प्रावधान नहीं

बोले- BJP अपनी वल्दियत बदल सकती है; वरुण गांधी से नेहरू सरनेम का क्यों नहीं पूछते

दिग्विजय बोले- संविधान में हिंदू राष्ट्र का प्रावधान नहीं

बोले- BJP अपनी वल्दियत बदल सकती है; वरुण गांधी से नेहरू सरनेम का क्यों नहीं पूछते

पूनम की रिपोर्ट इंदौर : प्रदेश के पूर्व CM और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर बड़ा हमला बोला है। गुना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी वल्दियत बदल सकती है। हम अपनी वल्दियत नहीं बदल सकते। वरुण गांधी भाजपा के हैं, मेनका गांधी भाजपा की हैं, उनसे कभी नहीं पूछा कि नेहरू जी के बारे में उन्होंने क्यों नहीं रखा। अगर राहुल गांधी अपने नाम के आगे राहुल नेहरू कहते, तो ये(भाजपा) कहते कि अपनी वल्दियत बदल रहे हैं। जिस प्रकार की भाषा का उपयोग मोदी जी कर रहे हैं, उसके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला तो बनता है। इसलिए प्रिविलेज मोशन लाया गया है।
बता दें कि दिग्विजय सिंह तीन दिन के ग्वालियर-चम्बल संभाग के दौरे पर हैं। शनिवार को वे गुना पहुंचे। यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं की उन्होंने बैठक ली। सर्किट हाउस में उन्होंने स्वाभिमान यात्रा निकाल रहे दिव्यांगों से भी मुलाकात की। इसके बाद स्थानीय एक होटल में उन्होंने मीडिया से चर्चा की। उनके साथ राघोगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह भी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला।

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राहुल गांधी के सम्पूर्ण भाषण को उन्होने असंसदीय मानकर काट दिया। विलोपित कर दिया। इसी प्रकार खड़गे का राज्यसभा में जो भाषण हिडनबर्ग रिपोर्ट और अडानी के बारे में दिया, उसे विलोपित कर दिया। यहां तक कि उन्होंने जो शेर कहा, उसे भी विलोपित कर दिया। क्या कारण है। ये उदाहरण है कि कैसे संसद और संसद की प्रक्रिया को आगे नहीं आने दे रहे। उसे दबाने के लिए राहुल गांधी ने विदेश में कोई बात कही, उस पर आपत्ति करके माफी की मांग कर रहे हैं। कम से कम 20 उदाहरण ऐसे हैं जबकि 1950 से आज तक प्रधानमंत्री और सरकार के खिलाफ विरोधी पक्ष ने विदेशों में जाकर उनकी आलोचना की। 2015 में स्वयं अरुण जेटली ने राज्यसभा में बयान में कहा है कि ये कोई अपराध नहीं। क्योंकि पहले से भी होता या है। इसलिए नरेंद्र मोदी ने आलोचना की है तो इसमे कोई दिक्कत नहीं है। मोदी जी ने लगभग 12 बार विश्व के अनेक देशों में कांग्रेस की आलोचना की, भारत की सरकार की आलोचना की जिसके अंदर कांग्रेस और अटल जी की सरकार भी उसमे शामिल है। मोदी ने कहा कि हमको शर्म आती थी ये कहने में कई हमारा जन्म भारत में हुआ। अभी तक कुछ नहीं हुआ और जो गंदगी छोड़ गए हैं, उसकी सफाई के लिए मैं आया हूँ। क्या इससे भारत के सम्मान को ठेस पहुंची या नहीं पहुंची।

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