जर्मनी में बेटी की कस्टडी के लिए भारत आया दंपती

जर्मनी में बेटी की कस्टडी के लिए भारत आया दंपती:डेढ़ साल पहले यौन शोषण का आरोप लगा था, अब कहा- बच्चे पालना नहीं जानते

जर्मनी में बेटी की कस्टडी के लिए भारत आया दंपती

जर्मनी में बेटी की कस्टडी के लिए भारत आया दंपती:डेढ़ साल पहले यौन शोषण का आरोप लगा था, अब कहा- बच्चे पालना नहीं जानते

पूनम की रिपोर्ट इंदौर : जर्मनी में अपनी बेटी की कस्टडी की लड़ाई लड़ रहे भारतीय दंपती 9 मार्च को मुंबई पहुंचे। यहां वे अधिकारियों से मिलकर कस्टडी के केस में तेजी लाने की बात करेंगे। गुजरात मूल के इस भारतीय दंपती से डेढ़ साल पहले उनकी बेटी अरिहा की कस्टडी ले ली गई थी। जर्मनी की चाइल्ड सर्विसेज को उन पर यौन शोषण का शक था।मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मां ने बताया- सितंबर 2021 में अरिहा को खेलते हुए प्राइवेट पार्ट पर चोट लग गई थी। तब वो सिर्फ 7 महीने की थी। हम उसे लेकर अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टर ने बताया कि बच्ची बिल्कुल ठीक है। इसके बाद जब हम फॉलो-अप के लिए गए तो डॉक्टर ने चाइल्ड सर्विसेज को बुलाकर बच्ची उन्हें सौंप दी। हम पर उसके साथ यौन शोषण करने का शक किया गया।

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अरिहा की मां ने कहा- केस दायर होने के बाद हमने अपने DNA सैंपल भी दिए। पुलिस की जांच और मेडिकल रिपोर्ट में ये साबित हो गया कि हमने उसका यौन शोषण नहीं किया है। इसके बाद फरवरी 2022 में ये केस बंद भी हो गया लेकिन फिर भी हमें बेटी की कस्टडी नहीं मिली। उसके पिता ने बताया कि यौन शोषण का केस खत्म होने के बाद जर्मन चाइल्ड सर्विसेज ने हमें कस्टडी मिलने के खिलाफ केस लगा दिया। इस पर कोर्ट ने हमें एक पेरेंट-एबिलिटी रिपोर्ट बनवाने को कहा।

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