राजधानी में कोरोना का डबल अटैक, सरकार ने दिए ये संकेत

देशभर में एक बार फिर कोरोना ने अपना कहर शुरू कर दिया है लगभग सभी राज्यों में हर दिन कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है

राजधानी में कोरोना का डबल अटैक, सरकार ने दिए ये संकेत

श्रद्धा उपाध्य की रिपोर्ट उत्तर प्रदेश: देशभर में एक बार फिर कोरोना ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। लगभग सभी राज्यों में हर दिन कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है। इसी बीच देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना की रफ्तार एक दिन में डबल हो गई। जिसके बाद दिल्ली सरकार ने जनता को संकेत जारी किये है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि देश में तीसरी और दिल्ली में पांचवीं लहर आ चुकी है। आगे उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि आज लगभग 10,000 पॉजिटिव मामले आएंगे जिसके बाद दिल्ली का पॉजिटिविटी रेट लगभग 10% होगा।

जानकारी के लिए बता दें मंगलवार को दिल्ली में कोविड-19 के 5500 नए मामले सामने आए थे। जिसके बाद संक्रमण दर 8.5 प्रतिशत दर्ज की गई थी। जबकि सोमवार को दिल्ली में कोविड-19 के 4,099 नए मामले सामने आए थे और संक्रमण दर 6.46 प्रतिशत थी। वही दिल्ली में एक दिन पहले कोविड के बढ़ते मामलों के चलते वीकेंड कर्फ्यू लगाने का भी फैसला किया गया था। इसके साथ ही जिम, स्पा, मल्टीप्लेक्स आदि को पहले ही बंद करने के निर्देश दिए जा चुके है। इसके साथ ही सरकारी दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम लागू किया गया है। और प्राइवेट ऑफिस 50 % क्षमता के साथ खोले जाने का फैसला लिया गया।

और देखे: अमेरिका से लेकर भारत तक हर जगह एक बार फिर छा रहा है कोरोना का दहशत।।

इन अस्पतालों के डॉक्टर्स हुए संक्रमित

वही दूसरी ओर दिल्ली के कई बड़े अस्पतालों के डॉक्टर्स भी कोरोना संक्रमित पाए गए है। ऐसे में इलाज को लेकर और चिंता बढ़ गई है। राजधानी में एम्स के कम से कम 50 डॉक्टर, सफदरजंग अस्पताल के 26 डॉक्टर, राम मनोहर लोहिया अस्पताल के 38 डॉक्टर सहित 45 स्वास्थ्य कर्मी वही हिंदू राव अस्पताल के कम से कम 20 डॉक्टर्स संक्रमित पाए गए हैं।

आपको बता दें सरकार को चिंता इस बात की है कि अगर इतनी पाबंदियों के बावजूद भी दिल्ली में कोरोना केस बढ़े तो हालात बिगड़ सकते हैं और जल्दी ही हर दिन 1 लाख तक का आंकड़ा देखने को मिल सकता है। दरअसल, दिल्ली की ज्यादातर आबादी शहरी है। साथ ही यहां बाहर से आने वाले लोगों की संख्या भी अधिक है इसलिए यहां संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है।

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