बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे के अंडरब्रिज में जलभराव पर भड़के यात्री

पीएम मोदी ने 12 मार्च को 118 किलोमीटर लंबे बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया था. इस एक्सप्रेसवे ने बेंगलुरु-मैसूर की यात्रा के समय को तीन घंटे से घटाकर लगभग 75 मिनट कर दिया है.

बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे के अंडरब्रिज में जलभराव पर भड़के यात्री

पीएम मोदी ने 12 मार्च को 118 किलोमीटर लंबे बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया था. इस एक्सप्रेसवे ने बेंगलुरु-मैसूर की यात्रा के समय को तीन घंटे से घटाकर लगभग 75 मिनट कर दिया है.

प्रिया की रिपोर्ट इंदौर : कर्नाटक में बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छह दिन पहले किया था मगर, शुक्रवार रात राज्य के रामनगर क्षेत्र में भारी बारिश के बाद यह जलमग्न हो गया. 8,480 करोड़ रुपये की लागत से बने एक्सप्रेसवे पर बेंगलुरु के पड़ोसी जिले रामनगर के पास जलभराव हो गया. एक्सप्रेसवे के अंडरब्रिज में पानी जमा होने से कई दुर्घटनाएं भी हुईं. इसके कारण वाहन धीमी गति से चलने लगे और राजमार्ग पर लंबे समय तक ट्रैफिक जाम रहा. यह वही अंडरब्रिज है, जिसमें पिछले साल बाढ़ आई थी, जब कर्नाटक में अभूतपूर्व बारिश हुई थी.

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एक अन्य उत्तेजित यात्री नागराजू ने कहा कि दुर्घटनाओं में उनका वाहन सबसे पहले था. नागराजू ने सवाल किया कि दुर्घटनाओं के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाएगा? उन्होंने कहा कि अगर पीएम आते तो राज्य सरकार 10 मिनट में जलभराव को साफ कर देती. नागराजू ने कहा, “अंडरब्रिज में कई दुर्घटनाओं की सूचना मिली है. पहले मेरा था … और फिर दुर्घटनाओं की एक श्रृंखला थी, जिसमें सात से आठ वाहन शामिल थे. पानी के निकलने की कोई जगह नहीं है. अगर पीएम के आने की खबर राज्य सरकार को होती तो वे 10 मिनट में इस जलभराव को साफ कर देते. क्या आप नहीं देख सकते कि हम आम आदमी पीड़ित हैं? इसके लिए कौन जिम्मेदार है?” पीएम मोदी ने 12 मार्च को 118 किलोमीटर लंबे बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया था. इस एक्सप्रेसवे ने बेंगलुरु-मैसूर की यात्रा के समय को तीन घंटे से घटाकर लगभग 75 मिनट कर दिया है.

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