
तीर्थंकर मुखर्जी, कोलकाता – संयुक्त रिट्रीट समारोह 2013 में पेट्रापोल में शुरू हुआ था, लेकिन 2020 में कोविड -19 के कारण सीमा पर प्रतिबंध के कारण इस समारोह निलंबित कर दिया गया था। जिसे अब पुनः शुरु किया जा रहा है।
यह समारोह वाघा (भारत पाकिस्तान सीमा के साथ) में होने वाले समारोह के अनुरूप ही है लेकिन यह जीरो लाइन पर एकसामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम है जिसके बाद बीएसएफ और बीजीबी शाम को अपना राष्ट्रीय ध्वज उतारते हैं।भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों को ध्यान में रखते हुए यह माहौल सौहार्दपूर्ण और उत्साहपूर्ण होता है।“
रिट्रीट समारोह 6 नवंबर 2013 को एक पूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ शुरू हुआ था जिसमें रवींद्रनाथ टैगोर औरकाजी नजरूल इस्लाम के गीत का गायन शामिल किया गया था। संयुक्त रिट्रीट समारोह में श्रद्धांजलि शेख मुजीबुररहमान और पूर्व भारतीय प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी को भी दी जाती है, जिन्होंने बांग्लादेश की मुक्ति में महत्वपूर्ण भूमिकानिभाई थी। बीएसएफ के अनुसार यह समारोह दोनों देशों के लोगों के लिए एक बड़ा आकर्षण है जो चेक पोस्ट को पारकर बांग्लादेश जाते है। बहुत से लोग विशेष रूप से समारोह को देखने के लिए पेट्रापोल, बनगांव जाते हैं।
जन संपर्क अधिकारी , दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने बताया कि पेट्रापोल में संयुक्त रिट्रीट समारोह सप्ताह में दो दिन( मंगलवार, शनिवार) को संध्या काल में नियमित रूप से आयोजित होगा।
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