तीर्थंकर मुखर्जी कोलकाता : सीमान्त मुख्यालय दक्षिण बंगाल के अन्तर्गत, दिनांक 18 अक्टूबर 2021 को, 112 वींबटालियन की बीओपी हाकिमपुर को खुफिया विभाग ने एक अहम और पुख्ता जानकारी दी कि, एक शख्स ऑटो रिक्शा(टोटो), में सीट के नीचे भारी मात्रा में अवैध चांदी के गहनों की स्मगलिंग करने के लिए स्वरूपदाह गांव से, तराली कीतरफ निकल चुका है। तुरन्त बीएसएफ के जवानों को सर्तक कर दिया गया तथा प्रत्येक आने–जाने वालों की गहराई सेतलाशी ली जाने लगी। घटना सुबह के लगभग 9ः30 मिनट पर हुई जब आटो रिक्शा हाकिमपुर चेक पोस्ट के पासपहुंचा। तुरन्त उसे घेर लिया गया और उसकी तलाशी ली गई तो सीट के नीचे स्मगलिंग करने के लिए छिपाये गये चांदी केआभूषण मिले। तुरन्त उस व्यक्ति को चांदी के आभूषणों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। चांदी के गहनों का वजन3.05 किग्रा निकला जिसकी भारतीय बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 1,87,053 रूपये आंकी गई है।
प्रारम्भिक पूछताछ में पकड़े गये स्मगलर ने अपना नाम रियाज मौला, उम्र 17 वर्ष, पिता तबिबार मौला, गांव–तराली, डाकघर–हाकिमपुर, थाना स्वरूप नगर, जिला–उत्तर 24 परगना, पश्चिम बंगाल, के रूप में हुई है।
आगे उसने बताया कि वह अपने चाचा सलीम मौला, पिता नाम–यूनिस मौला से यह सामान लिया था और सीमा सुरक्षाबल को चकमा देकर हाकिमपुर चेक पोस्ट को पार करना था। जिसके बाद अपनी बहन कावेरी बीवी ( पति–पापे सरदार, गांव हाकिमपुर, डाकघर हाकिमपुर, थाना–स्वरूप नगर, जिला उत्तर 24 परगना) को देना था जिसके बदले उसको ₹200 मिलना था। लेकिन बी एस एफ ने उसे पहले ही पकड़ लिया।
उधर दूसरी घटना 141 वीं बटालियन की सीमा चौकी जंलगी की है जहाॅ पर खुफिया विभाग की टीम ने जवानों कोसर्तक कर दिया था कि कुछ नशे के सौदागर, उनके क्षेत्र से गांजे की तस्करी करने की फिराक में हैं और वे अंधेरा होने काइतंजार कर रहें है। फिर क्या था बीएसएफ जवानों ने चारों तरफ नाकेबंदी शुरू कर दी और प्रत्येक चप्पे–चप्पे की तलाशीशुरू कर दी। हर उस जगह की तलाशी ली जाने लगी, जहाँ तस्करों के छिपे होने की संभावना हो सकती थी। उसकानतीजा यह निकला कि झाड़ियों में छिपे तस्करों ने जब बीएसएफ के जवानों को अपनी ओर आता देखा तो अपना सारासामान छोड़कर भागने लगे। बीएसएफ ने काफी दूर तक उनका पीछा किया लेकिन अंधेरे और घनी झाड़ियों का फायदाउठाकर भाग निकले। इलाके की जब गहन तलाशी ली गई तो बीएसएफ जवानों को 7 बड़े पैकेट मिले जिनका वजन 07 किलोग्राम निकला।
उक्त दोंनों उपलब्धियों का श्रेय बीएसएफ के जवानों और उनकी इंटेलिजेंस ब्रांच को जाता है जो कि बिना थके चैबिसोंघन्टे बाॅर्डर के चप्पे–चप्पे पर छाये रहते हैं।
बीएसएफ द्वारा पकड़े गये चांदी के आभूषणों एवं गांजे को अग्रिम कार्यवाही हेतु संबंधित विभाग को सौंप दिया गया ।
जन संपर्क अधिकारी, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने 112 वीं बटालियन व 141 वीं बटालियन के जवानों की उपलब्धि पर खुशीव्यक्त की है। उन्होंने बहुत ही कड़े शब्दों में कहा कि यह उन लोंगों के लिए एक सबक है जो यह काम करते हैं। अगर वेपरिणाम देख लेंगें तो कभी भी अवैध स्मगलिंग करने के बारें में सोचेंगें तक नहीं। साथ ही उन्होंने कहा कि यह केवलड्यूटी पर जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है।