अल्लू अर्जुन के घर तोड़‌फोड़

आरोपी उस्मानिया यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट; भगदड़ में मरने वाली महिला के परिवार को ₹1 करोड़ देने की मांग

अल्लू अर्जुन के घर तोड़‌फोड़
आरोपी उस्मानिया यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट; भगदड़ में मरने वाली महिला के परिवार को ₹1 करोड़ देने की मांग
प्रिया की रिपोर्ट एक्टर अल्लू अर्जुन के हैदराबाद स्थित घर के बाहर उस्मानिया यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने तोड़फोड़ की है। इस मामले में पुलिस ने 8 लोगों की गिरफ्तारी की है।

ये लोग एक्टर के घर में जबरन घुसने की कोशिश कर रहे थे। जब उन्हें रोका गया तो घर के बाहर रखे गमले तोड़ दिए। मीडिया रिपोर्ट्स में अल्लू अर्जुन के घर टमाटर फेंके जाने की बात भी कही गई है।

स्टूडेंट्स ने पुष्पा-2 के प्रीमियर के दौरान संध्या थिएटर में मची भगदड़ में मारी गई महिला के परिवार को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग की।

इस घटना के कुछ समय पहले ही अल्लू अर्जुन ने पोस्ट किया था- मैं अपने सभी फैंस से अपील करता हूं कि वे हमेशा की तरह जिम्मेदारी से अपनी भावनाएं व्यक्त करें। ऑनलाइन और ऑफलाइन किसी भी प्रकार की अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल न करें, ना ही किसी से गलत व्यवहार करें।

एक्टर पहले ही मृतक रेवती के परिवार को 25 लाख रुपए देने की बात कह चुके हैं। साथ ही घायलों का इलाज भी अपने खर्च पर करा रहे हैं।
हैदराबाद में 4 दिसंबर को फिल्म पुष्पा-2 की स्क्रीनिंग के दौरान भगदड़ मचने से एक महिला की मौत हो गई थी, जबकि उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस मामले में पुलिस ने एक्टर अल्लू अर्जुन, थिएटर और सिक्योरिटी एजेंसी पर गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज किया था।

मृतक के परिवार की शिकायत के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 105 (गैर-इरादतन हत्या) और 118(1) (जानबूझकर चोट पहुंचाना) के तहत अल्लू अर्जुन, उनकी सिक्योरिटी टीम और थिएटर मैनेजमेंट के खिलाफ चिक्काडपल्ली पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया था।

अल्लू अर्जुन को 13 दिसंबर को दोपहर 12 बजे पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद 4 बजे उन्हें लोकल कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा गया था। अल्लू ने अंतरिम जमानत के लिए तेलंगाना हाईकोर्ट में अपील की थी।

शाम 5 बजे उन्हें 50 हजार रुपए के पर्सनल बॉन्ड पर अंतरिम जमानत मिल गई थी। इसी दौरान अल्लू को चंचलगुडा सेंट्रल जेल ले जाया गया था। वहां उन्हें क्लास-1 बैरक में रखा गया था। इसके बाद अल्लू को 14 दिसंबर की सुबह करीब 6.30 बजे चंचलगुडा सेंट्रल जेल से रिहा किया गया। उनके पिता अल्लू अरविंद और ससुर कंचरला चंद्रशेखर रेड्डी उन्हें लेने जेल पहुंचे थे।

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