मणिपुर हिंसा पर सर्वदलीय बैठक 3 घंटे चली

कांग्रेस ने राज्य का CM बदलने की मांग की; कहा- PM इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़ें

मणिपुर हिंसा पर सर्वदलीय बैठक 3 घंटे चली
कांग्रेस ने राज्य का CM बदलने की मांग की; कहा- PM इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़ें
पूनम की रिपोर्ट मणिपुर में 52 दिनों से जारी हिंसा को लेकर आज दिल्ली में ऑल पार्टी मीटिंग हुई। यह मीटिंग 3 घंटे तक चली। मीटिंग के बाद कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पार्टी ने मणिपुर को लेकर अपनी 8 मांगें रखी हैं। पार्टी ने मांग की है कि PM इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़ें और राज्य के CM को तुरंत बदला जाए।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि मीटिंग में पार्टी की ओर से शामिल हुए मणिपुर के पूर्व CM ओकराम इबोबी सिंह को अपनी बात रखने के लिए सिर्फ 7 मिनट दिए गए। उन्होंने 5 मिनट का समय और मांगा, लेकिन इसकी परमिशन नहीं मिली। ओकराम इबोबी 15 साल तक राज्य के CM रहे हैं।
कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मीटिंग को औपचारिकता बताया और यह मांग रखी है कि दोनों नेशनल हाईवे को खुला रखा जाए और लोगों को जरूरी चीजें उपलब्ध कराई जाएं। साथ ही प्रभावित लोगों के लिए राहत, पुनर्वास और रोजगार का नया पैकेज घोषित किया जाए।
जयराम रमेश ने कहा कि जब तक बीरेन सिंह मणिपुर के मुख्यमंत्री रहेंगे, तब तक राज्य में शांति नहीं होगी। उनसे इस्तीफा लेना चाहिए।संसद भवन में हुई सर्वदलीय बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी शामिल हुए।बैठक में TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, AAP सांसद संजय सिंह, RJD सांसद मनोज कुमार झा, NCP महासचिव नरेंद्र वर्मा, मणिपुर के NCP चीफ सोरन इबोयिमा और CPI(M) के सांसद जॉन ब्रिटास समेत कई विपक्षी नेता भी पहुंचे।मणिपुर में शनिवार को राज्य सरकार के मंत्री एल सुसींद्रो के घर पर भीड़ ने हमला बोल दिया। उनके निजी गोदाम और वहां खड़ी 2 गाड़ियों को आग लगा दी गई। सुरक्षा बलों ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया और मंत्री के घर में घुसने की कोशिश कर रही भीड़ को भगाया। सुसींद्रो कंज्यूमर एंड फूड अफेयर्स और पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के मंत्री हैं। वे मैतेई समुदाय से आते हैं।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोदाम में पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के करोड़ों रुपए के पाइप रखे हुए थे, जो आगजनी में पूरी तरह जलकर खाक हो गए। भीड़ ने पूर्वी इंफाल में साजीवा जेल के पास स्थित भाजपा दफ्तर में भी आग लगा दी।

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