एयर इंडिया को 18000 करोड़ में खरीदकर रतन टाटा को क्या-क्या मिला?

टाटा सन्स ने एयर इंडिया को 18000 करोड़ में खरीदा है. इस डील के तहत वह एयरलाइन का 15000 करोड़ का कर्जचुकाएगी. डील के साथ ही दिल्ली एयरपोर्ट पर अब टाटा कब्जा हो गया और टाटा ग्रुप एयरलाइन का शेयर 40 फीसदीसे भी बढ़ गया.

दिल्ली ब्यूरो : आखिरकार महाराज की घर वापसी हो गई. एयर इंडिया के लिए सरकार ने टाटा ग्रुप की बोली को मंजूरीदी. टाटा ग्रुप ने18000 करोड़ में एयर इंडिया को खरीदा है. इस डील के तहत 15300 करोड़ रुपए वह एयरलाइन केकर्ज को चुकाएगी और सरकार को कैश के रूप में 2700 करोड़ रुपए मिलेंगे. टाटा ट्रस्ट के प्रमुख रतन टाटा ने ट्वीट करकहा “Welcome back, Air India.”

इस डील के बाद एयरलाइन सेक्टर में मुख्य रूप से चार कंपनियां रह जाएंगी. ये कंपनियांइंडिगो, टाटा ग्रुप एयरलाइन्स, स्पाइसजेट और गोफर्स्ट होंगी. OAG डेटा के मुताबिक, दिल्ली देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा. टाटा ग्रुप पहले से दोएयरलाइन AirAsia India और Vistara का संचालन कर रहा है. अब उसके पास Air India और Air India Express भी गया. इस तरह चारों एयरलाइन की टोटल कैपेसिटी दिल्ली एयरपोर्ट पर 40.17 फीसदी हो गई. यह इंडिगो से 3 फीसदी ज्यादा है. इस तरह डोमेस्टिक एयरलाइन में अब इंडिगो को कड़ी चुनौती मिलेगी.

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