यात्रा डेस्क : हुंडरू जलप्रपात रांची सुवर्णरेखा नदी के दौरान बनाई गई है, जहां 320 फीट की ऊंचाई से गिरती है जोराज्य के उच्चतम जलप्रपात मे से एक है।
हुंड्रू जलप्रपात के आधार पर, एक पूल है, जो एक स्नान स्थल और एक पिकनिक स्थान के रूप में कार्य करता है। इतनीबड़ी ऊंचाई से गिरने वाले पानी का शानदार दृश्य लंबे समय से लोगों से अपील कर रहा है। पानी के लगातार गिरने सेकटाव के कारण चट्टान के विभिन्न रूपों ने जगह की सुंदरता में जोड़ा है।
320 फीट की ऊंचाई से गिरता है पानी
प्रकृति के बीच में बसे हुंडरू फॉल की खूबसूरती देखते ही बनती है. 320 फीट की ऊंचाई से गिरते पानी को देख मनखुशियों से भर जाता है. आसपास का प्राकृतिक सौंदर्य अद्भुत है. वैसे तो पूरे वर्ष यहां सैलानियों का आना–जाना लगारहता है, लेकिन दिसंबर से फरवरी के बीच काफी संख्या में सैलानी यहां पहुंचते हैं और इस प्रकृतिक के खूबसूरती काआनंद उठाते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि जो भक्त हुंडरू बाबा स्थल में मन्नत मांगते हैं, उसकी मनोकामना पूर्ण होतीहै. फॉल के ऊपर जिप लाइन लगाया गया है. जिप लाइन के जरिये पर्यटक फॉल को करीब से देख सकते हैं. इसकेअलावे एडवेंचर पार्क का भी आनंद उठा सकते हैं.
कैसे पहुंचे
राजधानी रांची से हुंडरू फॉल जाने के 2 रास्ते हैं. दोनों ही रास्ते से फॉल तक पहुंचा जा सकता है. पहला रास्ता ओरमांझीभाया सिकिदिरी होकर पहुंचा जा सकता है. इस रास्ते से फॉल की दूरी 45 किमी है. वहीं, दूसरा रास्ता अनगड़ा भायागेतलसूद होते हुए हुंडरू फॉल पहुंचता है, जिसकी दूरी 42 किमी है.
क्या सुविधा उपलब्ध है
हुंडरू फॉल में 80 लाख रुपये की लागत से टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स बनाया गया है. इसका टेंडर नहीं होने के कारण यह बंद पड़ाहै. हुंडरू फॉल के होटलों में भोजन की सुविधा है. वहीं, ओरमांझी भाया सिकिदिरी रोड़ में 8-10 रेस्टूरेंट हैं, जिसमें भोजनकी उत्तम व्यवस्था रहती है. हुंडरू फॉल में कार्यरत पर्यटन कर्मी फॉल के ऊपर व नीचे तैनात रहते हैं, ताकि पर्यटकों कोकिसी तरह की परेशानी ना हो.
स्थानीय लोगों को मिल रहा है रोजगार
हुंडरू फॉल के ऊपर व नीचे मिलाकर 12 से 15 स्थानीय लोगों के द्वारा होटल चलाया जा रहा है. वहीं, कुछ लोगहस्तशिल्प बनाकर बेचते हैं और अपना परिवार का भरन– पोषण कर रहे हैं.
कहां– कहां है डेंजर जोन
1. साहेब चिकिवा दाह– साहेब चिकिवा दाह फॉल के ऊपर दायीं तरफ है. ऊपर से देखने पर पानी कम लगता है, लेकिनकाफी गहराई है.
2. हुंडरू बाबा स्थल– हुंडरू बाबा स्थल फॉल के ऊपर है. यही से झरने का पानी नीचे गिरता है.
3. जोगिया दाह– यह हुंडरू फॉल के नीचे स्थित है. यह काफी खतरनाक स्थान है. इसकी गहराई 30-35 फीट है.
4. भंडार दाह– झरना का पानी जिस जगह गिरता है उसे भंडार दाह के नाम से जाना जाता है. यहां की गहराई को आजतक मापी नहीं जा सकी है.
गेतलसूद डैम भी है दर्शनीय स्थल
हुंडरू फॉल से 15 किमी पहले गेतलसूद डैम का भी आप आनंद उठा सकते हैं. जहां भुसूर जंगल की खूबसूरती पर्यटकों कीखुशियों में चार चांद लगा देती है.
गेतलसूद डैम जाने का है 2 रास्ता
दो रास्ते के सहारे गेतलसूद डैम आप जा सकते हैं. पहला ओरमांझी भाया सिकिदिरी रोड़ के इंटेक मोड़ से भूसूर जंगलहोते हुए तथा दूसरा अनगड़ा भाया हुंडरू फॉल के रास्ते गेतलसूद के समीप से पहुंचा जा सकता है.
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